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Jan 31, 2025

थाइरॉइड: मामूली नहीं हैं महिलाओं में थाइरॉइड होना, जानें इसके लक्षण और घरेलू उपचार

थाइरॉइड एक ऑटो-इम्यून डिसऑर्डर, अर्थात स्वप्रतिरक्षी विकार है। यह एक आम समस्या है जो अस्वस्थ जीवनशैली, ग़लत खान-पीन, या फिर अनुवांशिक अवगुणों के कारण हो सकती है। हालाँकि, यह एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या होने के साथ कई अन्य बिमारियों का भी कारण बन सकती है।

खासतौर पर महिलाएं इससे ज़्यादा प्रभावित होती हैं, साथ-ही उनमें ये समस्या अधिक जटिल भी हो सकती है। इसलिए समय पर थाइरॉइड का उपचार एवं बेहतर स्वास्थ प्रबंधन बहोत आवश्यक है।इसके इतर आपके पास एक अच्छा हेल्थ इंश्योरेंस या स्वास्थ बीमा होना भी बहोत ज़रूरी है। इस लेख में हम आपको थायराइड के लक्षणों, कारणों और कुछ आसान घरेलू उपचारों के बारे में बताएंगे।जानिए कैसे आप इस समस्या से निपट सकती हैं।

थाइरॉइड क्या है?

थाइरॉइड हमारी गर्दन में स्थित एक छोटी सी ग्रंथि है। यह ग्रंथि हार्मोन बनाती है जो हमारे शरीर के कई कामों को नियंत्रित करते हैं, जैसे कि हमारे शरीर का तापमान, हमारे दिल की धड़कन और हमारी चयापचय दर।जब यह ग्रंथि ठीक से काम नहीं करती, तो थाइरॉइड हार्मोन का अनियमित उत्पादन होने लगता है, जो कि हाइपरथायरॉइडिज्म या हाइपोथायरॉइडिज्म के रूप में उजागर होती है।

थायरॉइड रोग के प्रकार

1. हाइपोथायरॉइडिज्म

हाइपोथायरॉइडिज्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें थायरॉइड ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में हार्मोन नहीं बना पाती है। इससे शरीर की कई प्रक्रियाएं धीमी हो जाती हैं।हाइपोथायरॉइडिज्म के लक्षणों में थकान, वज़न बढ़ना, ठंड लगना, बालों का झड़ना और पीरीयड में अनियमितता शामिल हैं।इस स्थिति का निदान रक्त परीक्षण के माध्यम से किया जाता है और इसका इलाज दवाओं के माध्यम से किया जाता है।

2. हाइपरथायरॉइडिज्म

हाइपरथायरॉइडिज्म एक ऐसी स्थिति है जिसमें थायरॉइड ग्रंथि बहुत अधिक हार्मोन पैदा करती है। इससे शरीर में कई बदलाव होते हैं जैसे कि तेज दिल की धड़कन, वज़न कम होना, घबराहट और नींद न आना।यह समस्या महिलाओं में अधिक आम है।

थायरॉइड के प्रमुख लक्षण

थायरॉइड के असंतुलन से कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिसके मुख्य लक्षण उस प्रकार हैं:

1. थकान और कमज़ोरी

लगातार थका हुआ महसूस होना, कमज़ोरी और सुस्ती थायरॉइड के सामान्य लक्षण हैं।

2. वज़न में बदलाव

थायरॉइड के असंतुलन से वज़न बढ़ना या कम होना आम है। हाइपरथायरॉइड में वज़न कम होता है जबकि हाइपोथायरॉइड में वज़न बढ़ता है।

3. मनोदशा में बदलाव

चिड़चिड़ापन, अवसाद, चिंता और याददाश्त कमजोर होना थायरॉइड के कारण हो सकता है।

4. दिल की धड़कन

हाइपरथायरॉइड में दिल की धड़कन तेज हो सकती है जबकि हाइपोथायरॉइड में धीमी हो सकती है।

महिलाओं में थायरॉइड के लक्षण

महिलाओं में हार्मोनल बदलाव के कारण थायरॉइड की समस्याएं अधिक आम हैं। आमतौर पर महिलाओं में थायरॉइड के लक्षण निम्नलिखित है:

  • वज़न में बदलाव -: अचानक वज़न बढ़ना या कम होना थायरॉइड का संकेत हो सकता है।
  • पीरीयड में गड़बड़ी -: अनियमित पीरीयड या भारी ब्लीडिंग थायरॉइड का संकेत हो सकती है।
  • मनोदशा में बदलाव -: चिड़चिड़ापन, अवसाद, या चिंता थायरॉइड के कारण हो सकती है।
  • शारीरिक बदलाव -: बालों का झड़ना, त्वचा में सूखापन, और थकान भी थायरॉइड के लक्षण हो सकते हैं।

थायरॉइड का इलाज

थायरॉइड एक ऐसी ग्रंथि है जो शरीर में हार्मोन का उत्पादन करती है व सही तरह से काम नहीं करती है, जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।थायरॉइड की समस्याओं के इलाज के लिए कई तरीके हैं, जो कि समस्या की गंभीरता और प्रकार पर निर्भर करते हैं:

1. दवाएं

हाइपोथाइरॉइडिज्म में, शरीर में थाइरॉइड हार्मोन की कमी होती है। इसका इलाज लेवोथायरोक्सिन नामक दवा से किया जाता है। यह दवा शरीर में थाइरॉइड हार्मोन की कमी को पूरा करती है।वहीं हाइपरथाइरोइडिज्म में, शरीर में थाइरॉइड हार्मोन की अधिकता होती है। इसका इलाज बीटा-ब्लॉकर्स, एंटीथाइरॉइड दवाएं या आयोडीन की उच्च खुराक से किया जा सकता है।

2. रेडियोधर्मी आयोडीन थेरेपी

हाइपरथाइरॉइडिज्म के कुछ मामलों में, रेडियोधर्मी आयोडीन का उपयोग किया जाता है। यह आयोडीन थाइरॉइड ग्रंथि को नष्ट कर देता है, जिससे हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है।

3. सर्जरी

कुछ गंभीर मामलों में, थाइरॉइड ग्रंथि को पूरी तरह या आंशिक रूप से निकालने की आवश्यकता हो सकती है

थायरॉइड का घरेलू इलाज

थायरॉइड की समस्याओं के लिए कई घरेलू उपचार सुझाए जाते हैं, लेकिन इनकी प्रभावशीलता वैज्ञानिक रूप से सिद्ध नहीं हुई है।ये उपचार मुख्य रूप से लक्षणों को कम करने और समग्र स्वास्थ्य में सुधार करने के लिए उपयोग किए जाते हैं। आइए थायरॉइड के कुछ सामान्य घरेलू उपचार इस प्रकार हैं:

  • आहार -: आप आयोडीन युक्त नमक, आयोडीन युक्त दूध, विटामिन डी, सेलेनियम, जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थों, फाइबर से भरपूर आहार जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज का सेवन करें।
  • जड़ी-बूटियां -: आप आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी, तुलसी व आयुर्वेदिक चूर्ण का सेवन कर सकते हैं, जो पाचन और प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करता है।
  • योग और व्यायाम -: नियमित योग और व्यायाम तनाव को कम करने और थाइरॉइड के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकते हैं।

थायरॉइड को कैसे रोकें?

थायरॉइड को रोकना हमेशा संभव नहीं होता। हालांकि, आप कुछ जीवनशैली में बदलाव और सावधानियां बरतकर आप थायरॉइड के जोखिम को कम कर सकते हैं:

  • स्वस्थ आहार -: आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थों (समुद्री शैवाल, नमक) का सेवन करें। साथ ही, विटामिन डी, सेलेनियम और जिंक से भरपूर खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करें।
  • तनाव प्रबंधन -: तनाव थायरॉइड की समस्याओं को बढ़ा सकता है। योग, ध्यान और अन्य तनाव कम करने वाली तकनीकों का अभ्यास करें।
  • पर्याप्त नींद -: पर्याप्त नींद लेना शरीर को ठीक होने और स्वस्थ रहने में मदद करता है।
  • नियमित व्यायाम -: नियमित व्यायाम से शरीर स्वस्थ रहता है और थायरॉइड के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।
  • धूम्रपान और शराब से परहेज़ -: धूम्रपान और शराब का सेवन थायरॉइड की समस्याओं को बढ़ा सकता है।
  • नियमित स्वास्थ्य जांच -: नियमित स्वास्थ्य जांच से थायरॉइड की समस्याओं का जल्दी पता चल सकता है और समय पर उपचार शुरू किया जा सकता है।

सारांश

थायरॉइड एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या हो सकती है। हालांकि, सही समय पर पहचान और उपचार के साथ इसे नियंत्रित किया जा सकता है।स्वस्थ जीवनशैली, नियमित स्वास्थ्य जांच, और डॉक्टर की सलाह का पालन करें। इसके अतिरिक्त आप बजाज एलिआन्ज़ जनरल इंश्युरन्स के साथ अपने हेल्थ का और बेहतर ध्यान रख सकते हैं।जब भी आपको मेडिकल देखरेख की आवश्यकता होती है तो आप आने वाले ख़र्चों को इस बीमा के माध्यम से मैनेज कर सकते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. थायरॉइड का टेस्ट कैसे होता है

थायरॉइड का टेस्ट खून की जांच से होता है। इससे यह पता चलता है कि आपके शरीर में थायरॉइड हार्मोन की मात्रा सही है या नहीं।

2. क्या थायरॉइड बीमारी महिलाओं में ज्यादा होती है?

हाँ, थायरॉइड की बीमारी महिलाओं में पुरुषों की तुलना में अधिक आम है।

3. क्या थायरॉइड से वज़न बढ़ता है?

हाँ, हाइपोथायरॉइडिज्म (कम थायरॉइड हार्मोन) से वज़न बढ़ सकता है।

4. थायरॉइड के लिए कौनसी डाइट सही है?

थायरॉइड के लिए आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे आयोडीन नमक, और विटामिन डी, सेलेनियम से भरपूर खाद्य पदार्थ अच्छे होते हैं।

5. थायरॉइड के लक्षण कितने समय तक दिखते हैं?

थायरॉइड के लक्षण व्यक्ति से व्यक्ति में अलग-अलग हो सकते हैं और लंबे समय तक रह सकते हैं।

6. थायरॉइड होने पर क्या खाना चाहिए?

थायरॉइड होने पर डॉक्टर की सलाह के अनुसार आयोडीन युक्त खाद्य पदार्थ, फल, सब्जियां, और साबुत अनाज खाना चाहिए।

*मानक नियम व शर्तें लागू बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियम और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया इंश्योरेंस खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें.

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