कृषि और इससे जुड़े विभिन्न क्षेत्र, खास तौर पर ग्रामीण क्षेत्र, हमारे देश में सबसे बड़े आजीविका उपलब्ध कराने वाले क्षेत्र हैं. कृषि का जीडीपी बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण योगदान है. भारतीय कृषि अपनी संबद्ध गतिविधियों के साथ श्वेत, हरित, नीली और पीत क्रांति की गवाह भी रही है. अक्सर किसानों को किसी प्राकृतिक आपदा, भारी बारिश, फसल में होने वाली बीमारियों के चलते फसलों के नुकसान या फसलों की बर्बादी का सामना करना पड़ता है. इसकी वजह से किसानों को फाइनेंशियल परेशानियां होती हैं. ऐसी किसी भी परेशानी में किसानों की मदद करने के लिए, जनवरी 2016 में कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने एक पहल की, जिसका नाम है
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना. पीएमएफबीवाई का उद्देश्य एक देश, एक फसल, एक प्रीमियम के लक्ष्य को पूरा करना है.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना क्या है?
पीएमएफबीवाई एक ऐसी सरकारी क्रॉप इंश्योरेंस स्कीम है, जो अलग-अलग हितधारकों को एक प्लेटफॉर्म पर शामिल करने में मदद करती है. यह स्कीम कम कीमतों वाले क्रॉप इंश्योरेंस प्रॉडक्ट प्रदान करके कृषि की उत्पादकता को बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई थी. इसका दूसरा उद्देश्य, बीज बोने से लेकर फसल कटने के चरणों तक, फसल के लिए एक कम्प्रीहेंसिव कवर उपलब्ध कराना है, जिसे प्राकृतिक आपदाओं के चलते नुकसान पहुंचाता है और जिसे रोका नहीं जा सकता है.
आंकड़ों के बारे में जानें!
भारतीय अर्थव्यवस्था में खेती की बेहद अहम भूमिका है. 2011 की जनगणना के अनुसार, हमारे देश के कुल कार्यबल का 54.6% खेती और उससे जुड़े क्षेत्रों की गतिविधियों में लगा हुआ है. यह 2019-20 की ग्रॉस वैल्यू एडेड (वर्तमान कीमतों पर) का 16.5% भी है. पीएमएफबीवाई स्कीम का किसानों ने पूरी तरह स्वागत किया है और 27 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों ने एक और सीज़न के लिए इसे चुना है. स्कीम के शुरुआती वर्ष में ग्रॉस क्रॉप्ड एरिया के 30% को इस स्कीम के तहत कवर किया गया था. एक दिलचस्प बात यह है कि यह भारत में फसल इंश्योरेंस के इतिहास में सबसे अधिक कवरेज में से एक है. पिछली स्कीम की तुलना में गैर-कर्जदार किसानों की स्वैच्छिक भागीदारी में छह गुना से भी अधिक वृद्धि हुई है. 2019-20 में यह आंकड़ा भी स्कीम के तहत कुल कवरेज के 37% तक पहुंच गया. खरीफ 2020 के सीज़न से, यह स्कीम सभी भारतीय किसानों के लिए स्वैच्छिक कर दी गई है, जिनमें कर्जदार किसान भी शामिल हैं.
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के लाभ
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना भारत के सभी किसानों की मदद करता है. नीचे दी गई लिस्ट में पीएमएफबीवाई के लाभों के बारे में जानें:
- यह स्कीम फसल खराब होने के मामले में कम्प्रीहेंसिव इंश्योरेंस कवरेज देती है, जिससे किसानों की आय में स्थिरता बनी रहती है. यह किसानों को खेती के नए तरीके अपनाने के लिए भी प्रोत्साहित करती है.
- प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चुनने का विकल्प पूरी तरह भारतीय किसानों की इच्छा पर निर्भर है.
- किसानों द्वारा सभी खरीफ खाद्यान्न और तिलहन फसलों के लिए दिया जाने वाला अधिकतम प्रीमियम 2%, वार्षिक कमर्शियल/बागवानी फसलों के लिए 5%, और रबी खाद्यान्न और तिलहन फसलों के लिए 1.5% है.
- भारतीय किसानों को बहुत कम प्रीमियम देना पड़ता है और बाकी बचे प्रीमियम का भुगतान सरकार द्वारा किया जाता है. यह व्यवस्था किसी प्राकृतिक आपदा में, किसानों के किसी फसल के बर्बाद होने की स्थिति में उन्हें पूरा सम इंश्योर्ड प्रदान करने के लिए की गई है.
- सरकारी सब्सिडी की कोई उच्च सीमा नहीं है. अगर बचा हुआ प्रीमियम 90% भी है, तो भी इसकी भरपाई सरकार ही करती है.
- फसलों के जोखिम के हिसाब से नुकसान की भरपाई तीन लेवल-70%, 80% और 90% पर की जाती है, जो सभी फसलों के लिए उपलब्ध है.
- टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल को बहुत प्रोत्साहन दिया जाता है. स्मार्टफोन, टैब, एरियल इमेजरी, रिमोट सेंसिंग ड्रोन, जीपीएस टेक्नोलॉजी आदि का इस्तेमाल फसल कटाई से जुड़े डेटा को इकट्ठा करने और अपलोड करने के लिए किया जाता है. यह क्लेम के भुगतान में लगने वाले समय को कम कर देता है.
पीएमएफबीवाई: समय के अनुसार गतिविधि की जानकारी
मानसून की शुरुआत, फसल चक्र, बुवाई की अवधि आदि को ध्यान में रखते हुए गतिविधियों का एक कैलेंडर तैयार किया जाता है. नीचे दी गई टेबल में कवरेज, फसल जमा करने के समय के बारे में बताया गया है.
गतिविधि |
खरीफ |
रबी |
अनिवार्य आधार पर कवर किए गए कर्जदार किसानों के लिए कर्ज की अवधि (स्वीकृत कर्ज) |
अप्रैल - जुलाई |
अक्टूबर - दिसंबर |
किसानों (कर्जदार और गैर-कर्जदार) से प्रपोज़ल लेने की अंतिम तिथि |
जुलाई 31st |
दिसंबर 31st |
फसल का डेटा प्राप्त करने की अंतिम तिथि |
अंतिम कटाई के एक महीने के भीतर |
अंतिम कटाई के एक महीने के भीतर |
नोट: अधिक जानकारी पाने के लिए, कृपया पीएमएफबीवाई वेब पोर्टल पर जाएं.
पीएमएफबीवाईः फसलों के लिए कवरेज
पीएमएफबीवाई स्कीम ऐसे सभी फसलों को कवर करती है, जिनका पिछला फसल डेटा मौजूद है और जो निर्धारित मौसम के दौरान उगाई जाती है. नीचे टेबल में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कवर किए जाने वाले मौसम के साथ-साथ फसलों के बारे में जानकारी दी गई है:
क्रम सं. |
मौसम |
फसलों के प्रकार |
1. |
खरीफ |
खाद्यान्न और तिलहन फसलें, जैसे अनाज, मोटे अनाज, दालें आदि. |
2. |
रबी |
खाद्यान्न और तिलहन फसलें, जैसे अनाज, मोटे अनाज, दालें आदि. |
4. |
खरीफ और रबी |
वार्षिक कमर्शियल/बागवानी फसलें |
पीएमएफबीवाई मोबाइल एप्लीकेशन: संक्षिप्त जानकारी
क्रॉप इंश्योरेंस मोबाइल एप्लीकेशन को कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा विकसित किया गया है. पीएमएफबीवाई क्रॉप इंश्योरेंस ऐप का उपयोग करना आसान व सुविधाजनक है और यह हिंदी, अंग्रेजी और मराठी, तीनों भाषाओं में उपलब्ध है. क्रॉप इंश्योरेंस ऐप की मुख्य विशेषताएं निम्न हैं:
- यूज़र क्रॉप इंश्योरेंस के लिए अप्लाई कर सकते हैं
- क्रॉप इंश्योरेंस पॉलिसी को डाउनलोड किया जा सकता है
- क्रॉप इंश्योरेंस का प्रीमियम, पीएमएफबीवाई के लाभ, नुकसान की रिपोर्ट का स्टेटस आदि जान सकते हैं
क्रॉप इंश्योरेंस मोबाइल एप्लीकेशन को कैसे एक्सेस करें?
- Play Store पर जाएं
- 'क्रॉप इंश्योरेंस ऐप' टाइप करें’
- डाउनलोड और इंस्टाल करें
- मोबाइल एप्लीकेशन को शुरू करें
किसान के रूप में रजिस्टर करें
- 'किसान के रूप में रजिस्टर करें' पर क्लिक करें
- अपना नाम और मान्य मोबाइल नंबर लिखें
- 'ओटीपी' दर्ज करके सत्यापन करें’
- पासवर्ड बनाएं
- पासवर्ड को कन्फर्म करें
- भविष्य के लिए इसे संभाल कर रखें
- 'रजिस्टर करें' पर क्लिक करें’
नोट: अधिक जानकारी के लिए, कृपया पीएमएफबीवाई वेब पोर्टल पर जाएं.
पीएमएफबीवाई पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन पूरा करने का प्रोसेस
पीएमएफबीवाई के लाभ उठाने के लिए, यूज़र को अपना रजिस्ट्रेशन करना होगा. पीएमएफबीवाई पोर्टल पर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के चरणों की जानकारी यहां पाएं.
- पीएमएफबीवाई की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं: https://pmfby.gov.in/
- 'फार्मर कॉर्नर' आइकॉन पर क्लिक करें
- अगर यूज़र पहली बार रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं, तो 'गेस्ट फार्मर' आइकॉन पर क्लिक करें
- व्यक्तिगत, आवासीय और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी भरें.
- 'यूज़र बनें' आइकॉन पर क्लिक करें
- रजिस्ट्रेशन फॉर्म के सबमिट हो जाने के बाद, यूज़र अपने अकाउंट में लॉग-इन कर सकते हैं और अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर के ज़रिए अपने प्रोफाइल को अपडेट कर सकते हैं.
- रजिस्ट्रेशन अप्रूव हो जाने के बाद, यूज़र को ईमेल या एसएमएस के ज़रिए सूचना दी जाएगी
संक्षेप में
कृषि मिट्टी की जुताई, फसलें उगाने और पशुओं को पालने की कला और विज्ञान है. कृषि के विकास ने सभ्यताओं के विकास में भी मदद की है. पीएमएफबीवाई स्कीम, किसानों को उनकी उपज के लिए दी जाने वाली क्रॉप इंश्योरेंस की सुविधा है. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, कृषि से जुड़ी सभी आवश्यकताओं के लिए एक स्कीम के रूप में काम करती है.
*मानक नियम व शर्तें लागू
बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियम और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया इंश्योरेंस खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें.
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