जब आप 20 से 30 साल की उम्र में होते हैं, तब आपको यह लगता है कि अभी आपके पास भरपूर समय है और आपको अपने स्वास्थ्य की चिंता करने की ज़रूरत नहीं है. जबकि यह सच्चाई नहीं है. दरअसल कोई भी मेडिकल ज़रूरत ज़्यादातर अचानक से ही आती है, ऐसे समय में आपके पास पर्याप्त सुरक्षा न होने से आपको खासा नुकसान पहुंच सकता है. इस तरह की परिस्थितियों में आपको न केवल मेडिकल कवरेज के साथ तैयार रहना चाहिए, बल्कि फाइनेंशियल रूप से इसका सामना करने की तैयारी भी करनी चाहिए. एक
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी इस तरह की स्थितियों से निपटने के लिए पर्याप्त फाइनेंशियल सुरक्षा प्राप्त करने में मदद करती है. मौजूदा समय में जिस तरह से तनाव बढ़ते जा रहा है और लोगों की जीवनशैली में बदलाव हो रहा है, ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस विकल्प से ज़्यादा एक ज़रूरत बन चुका है. और तो और किसी भी तरह की गंभीर बीमारी आपके जीवन पर गहरा असर डाल सकती है. इसलिए, भारत में हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय आपको क्रिटिकल इलनेस प्लान को अनदेखा नहीं करना चाहिए.
बदलती जीवनशैली और गंभीर बीमारियों का आपस में संबंध
पिछली पीढ़ी की तुलना में हमारी जीवनशैली में बहुत बड़ा परिवर्तन आया है. वर्तमान में जीवनशैली संबंधित बीमारियां लोगों के जीवन पर गहरा प्रभाव डाल रही हैं. पहले अधिकतर बीमारियां कुपोषण और स्वच्छता में कमी के कारण होती थीं, अब स्ट्रोक, कैंसर, किडनी में खराबी जैसी बीमारियों ने इनकी जगह ले ली है. इन बीमारियों के कई कारण हैं, जैसे कि हाइपरटेंशन, डायबिटीज़, मोटापा, तनाव, खान-पान संबंधित बुरी आदतें और खराब स्लीपिंग पैटर्न. इन गंभीर बीमारियों के इलाज का खर्च आसमान छू रहा है और यह आपका पूरा बैंक बैलेंस भी खत्म भी खत्म कर सकता है. कुछ परिस्थितियों में यह आपके जीवन भर की पूंजी को भी खत्म कर सकता है. ऐसे में
क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी आपकी मदद करती है. खासकर ऐसे समय में जब मेडिकल ट्रीटमेंट आपकी सबसे बड़ी ज़रूरत हो, तो इससे आप पर किसी तरह का फाइनेंशियल बोझ नहीं पड़ता है. इन सभी चीज़ों को पढ़ने के बाद साफ ज़ाहिर है कि मौजूदा समय में क्रिटिकल इलनेस प्लान लेना कितना ज़रूरी है. आइए, जानें कि जीवन में इसे जल्द से जल्द खरीदने के क्या फायदे होते हैं.
1. मेडिकल चेकअप की ज़रूरत नहीं
45 साल की उम्र से पहले क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस प्लान खरीदने पर आपको मेडिकल चेकअप करवाने की ज़रूरत नहीं होती है. इसके अलावा, यह बिना किसी परेशानी के तुरंत कवरेज प्रदान करता है. साथ ही, कुछ इंश्योरेंस कंपनियां क्रिटिकल इलनेस प्लान को जीवनभर के लिए रिन्यू करने की सुविधा भी देती हैं. क्रिटिकल इलनेस कवर का उपयोग करके आप जीवन को खतरा पहुंचाने वाली बीमारियों, जैसे कि हार्ट अटैक, किडनी खराब होने, कैंसर इत्यादि बीमारियों से कवरेज प्राप्त कर सकते हैं. और तो और ऐसी बीमारी, जिसमें ऑर्गन ट्रांसप्लांट की ज़रूरत पड़ सकती है, वहां भी यह कवरेज प्रदान करता है. *
2. किफायती प्रीमियम
इंश्योरेंस प्रीमियम कई कारकों पर आधारित होते हैं, जिनमें से एक है पॉलिसीधारक की उम्र. जितनी कम उम्र में आप क्रिटिकल इलनेस प्लान खरीदते हैं, बीमारियों से प्रभावित होने की आशंका उतनी कम हो जाती है. इस तरह से प्रीमियम की कीमत निर्धारित की जाती है, जिससे कि वे आपके लिए किफायती बन जाते हैं. इसके विपरीत, स्वभाविक रूप से बुजुर्गों को गंभीर बीमारियां होने का सबसे खतरा होता है, जिसका मुख्य कारण जीवनशैली और मौजूदा परिवेश में बदलाव है. इसलिए, यहां प्रीमियम अधिक होता है. *
3. लंपसम भुगतान
गंभीर बीमारियों का इलाज आपकी सेविंग पर खासा असर डाल सकता है, ऐसे में क्रिटिकल इलनेस प्लान लंपसम राशि का भुगतान करने में आपकी मदद करता है. इस तरह के भुगतान पॉलिसी में निर्दिष्ट नियमों और बीमारी की पहचान के आधार पर किए जाते हैं. इससे आपको न केवल बीमारी के दौरान होने वाले भारी खर्चों से राहत मिलती है, बल्कि इलाज के समय जिस तरह आपको इनकम का नुकसान होता है, उससे भी आप फाइनेंशियली सुरक्षित हो जाते हैं. इसके अलावा, लंपसम भुगतान से आपको इलाज के दौरान और इलाज के बाद दवाइयों का खर्च सहन करने में मदद मिलती है. *
4. प्रतीक्षा अवधि के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं
हरेक गंभीर बीमारी के लिए प्रतीक्षा अवधि निर्दिष्ट होती है और इंश्योरेंस कंपनी लंपसम भुगतान करे इससे पहले आपको इस अवधि को पूरा करने की ज़रूरत होती है. इसलिए, जब आप कम उम्र में क्रिटिकल इलनेस प्लान को लेते हैं, तब आप निश्चित रूप से अधिकतर प्रतीक्षा अवधि पूरी कर लिए होते हैं, जोकि पॉलिसी डॉक्यूमेंट में उल्लिखित अवधि के अनुसार 24 महीनों से लेकर 48 महीनों के बीच तक हो सकती है. * मानक नियम व शर्तें लागू
संक्षेप में
आपके परिवार में कोई गंभीर बीमारी आपके फाइनेंशियल प्लान्स पर भारी पड़ सकती है, लेकिन क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस कवर का उपयोग करके आप इन स्थितियों में फाइनेंशियल तनाव से बच सकते हैं. इसलिए, पॉलिसी चुनते समय, यह सुनिश्चित करें
हेल्थ इंश्योरेंस की तुलना करें और मिलने वाले कवर को जानें. बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियमों और शर्तों के बारे में और जानकारी के लिए, कृपया खरीद पूरी करने से पहले बिक्री ब्रोशर/पॉलिसी की शब्दावली ध्यान से पढ़ें.
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