जब हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने की बात आती है, तो एक आम गलतफहमी यह है कि अगर आप धूम्रपान करते हैं या तंबाकू का उपयोग करते हैं तो इंश्योरेंस कंपनी हेल्थ कवरेज नहीं देगी. पर यह सच नहीं है. भारत में ऐसी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां हैं जो अन्य लागू नियमों और शर्तों के साथ थोड़े अधिक प्रीमियम पर हेल्थ इंश्योरेंस कवर देती हैं. पर साथ ही, हमें यह कभी नहीं भूलना चाहिए कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. धूम्रपान से कई रोग हो सकते हैं, यानी उपचार के खर्चे और अन्य बहुत सी समस्याएं.
हेल्थ इंश्योरेंस - धूम्रपान करने वालों और नहीं करने वालों की तुलना
धूम्रपान न करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों को रोग होने की अधिक संभावना होती है. हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी सभी के लिए महत्वपूर्ण होती है. अगर आप धूम्रपान करते हैं या आपका कोई परिजन या दोस्त धूम्रपान करता है, तो उपयुक्त हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत कवर होना महत्वपूर्ण हो जाता है. एक और ज़रूरी बात, धूम्रपान की आदत हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को प्रभावित करती है. अब आप सोच रहे होंगे कि धूम्रपान से हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम क्यों बढ़ता है?? धूम्रपान विभिन्न स्वास्थ्य रोगों जैसे श्वसन रोगों, फेफड़ों के संक्रमण, मुंह के कैंसर, फेफड़ों के कैंसर और अन्य गंभीर रोगों के होने का मुख्य कारण है. कभी-कभी लोग दूसरे विकल्प के रूप में चुनते हैं
क्रिटिकल इलनेस कवर. इन सभी रोगों के उपचार महंगे हैं. इसलिए, इन जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का मतलब है कि
हेल्थ इंश्योरेंस क्लेमs. इसलिए, धूम्रपान न करने वालों की तुलना में धूम्रपान करने वालों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम ज़्यादा महंगा होता है.
क्या धूम्रपान करने वालों को हेल्थ इंश्योरेंस मिल सकता है?
आइए यह गलतफहमी दूर करें कि अगर आप धूम्रपान करते हैं तो इंश्योरेंस कंपनियां हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज नहीं देंगी. धूम्रपान करने वालों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस प्लान उपलब्ध हैं। अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनियों के नियम और शर्तें अलग-अलग होते हैं. जब भी आप कोई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने की प्रोसेस शुरू करते हैं, तो इंश्योरेंस कंपनी आपसे आपकी लाइफस्टाइल आदतों के बारे में पूछती है. विशेष रूप से, वह पूछती है कि आप धूम्रपान करते हैं या नहीं.
हेल्थ इंश्योरेंस में धूम्रपान करने वाले की परिभाषा क्या है?
आसान शब्दों में, जो भी व्यक्ति किसी भी रूप में निकोटीन का सेवन करता है उसे धूम्रपान करने वाला यानी स्मोकर माना जाता है. आप धूम्रपान के लिए चाहे ई-सिगरेट का उपयोग करें या किसी अन्य प्रकार के वेपोराइज़र का उपयोग करें, आप स्मोकर की गिनती में आएंगे. अगर आप धूम्रपान करते हैं, तो इंश्योरेंस कंपनी पूछती है कि आप एक दिन में कितनी सिगरेट पीते हैं. इंश्योरेंस कंपनी यह भी पूछती है कि निकोटीन के उपयोग के कारण कहीं कोई श्वसन रोग या फेफड़ों का रोग तो पहले से मौजूद नहीं है. कभी-कभी, इंश्योरेंस कंपनी आपसे मेडिकल जांच कराने को कह सकती है. धूम्रपान करने वालों का प्री-मेडिकल चेक-अप, धूम्रपान की गंभीरता का पता लगाने में मदद करता है. इससे इंश्योरेंस कंपनी को कवरेज और हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम तय करने में मदद मिलती है. हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते समय सही-सही सारी जानकारी दें. अगर आप कोई गलत या भ्रामक जानकारी देते हैं, तो इससे प्रभावित होता है आपका
इंश्योरेंस क्लेम प्रोसेस. मेडिकल इंश्योरेंस खरीदते समय अपनी धूम्रपान की स्थिति का खुलासा करें. हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम तय करने में आपकी लाइफस्टाइल आदतें एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और बेहद अहम होती हैं. * मानक नियम व शर्तें लागू
क्या मुझे हेल्थ इंश्योरेंस में धूम्रपान के बारे में झूठ बोलना चाहिए?
देखिए, अपनी इंश्योरेंस कंपनी से ईमानदारी बरतने में हमेशा आप ही का फायदा है. समय पर उचित डिस्क्लोज़र से आप अपने स्वास्थ्य को लंबे समय तक और आसानी से सुरक्षित रख पाएंगे.
इंश्योरेंस कंपनी को कैसे पता चलता है कि आप धूम्रपान करते हैं या नहीं?
जब आपने हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदा था तब शायद आप धूम्रपान नहीं करते थे. लेकिन हो सकता है कि आप अब धूम्रपान करने लगे हों. लाइफस्टाइल में ऐसे किसी भी बदलाव, जो स्वास्थ्य स्थिति पर उल्टा असर डाल सकता है, के बारे में इंश्योरेंस कंपनी को सूचित रखना अपनी आदत बना लें. अपनी इंश्योरेंस कंपनी को सूचित रखने से संकट के समय में क्लेम सेटलमेंट प्रोसेस आसानी से पूरी करने में मदद मिलेगी. आप कितना धूम्रपान करते हैं इस आधार पर, इंश्योरेंस कंपनी प्रीमियम की राशि में बदलाव करेगी. आपकी वर्तमान स्वास्थ्य स्थिति की जानकारी पाने के लिए इंश्योरेंस कंपनी आपसे मेडिकल स्क्रीनिंग करवाने को भी कह सकती है.
धूम्रपान करने वालों के हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को समझें
धूम्रपान और हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम, दोनों आपस में जुड़े होते हैं. धूम्रपान करने वालों के लिए अलग से कोई विशेष पॉलिसी नहीं होती है, पर प्रीमियम का अंतर ज़रूर होता है. यह अंतर, रोज़ फूंकी जाने वाली सिगरेटों की संख्या से जुड़ा होता है. अगर आप प्रति दिन 08 सिगरेट पीते हैं तो आपका प्रीमियम, प्रति दिन 03 सिगरेट पीने वाले व्यक्ति से अधिक होगा. लंबे समय तक धूम्रपान करने पर रोग होने, अस्वस्थ होने आदि की संभावना बढ़ जाती है.
संक्षेप में
हेल्थ इंश्योरेंस प्लान चुनने से पहले, अपनी स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताएं ठीक से समझ लें. अगर आप धूम्रपान करते हैं या धूम्रपान करने वाले किसी व्यक्ति के लिए प्लान खरीद रहे हैं, तो प्रीमियम अधिक होगा. हमारी सलाह है कि आप लें व्यापक
हेल्थ इंश्योरेंस तक सीमित नहीं रहता है. आप चाहे धूम्रपान करते हों या नहीं, हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के रूप में फाइनेंशियल सुरक्षा होनी ज़रूरी है. मुसीबत कभी बताकर नहीं आती, इसलिए रोकथाम उपचार से हमेशा बेहतर होती है. तनाव-मुक्त भविष्य के लिए खुद को और अपने प्रियजनों को सुरक्षित करें. स्वस्थ कल के लिए, आज ही धूम्रपान छोड़ें! यह कभी न सोचें कि अच्छे स्वास्थ्य के लिए सही कदम उठाने का समय निकल चुका है, जब जागो तभी सवेरा.
‘बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, एक्सक्लूज़न, सीमाओं, नियमों और शर्तों के बारे में और जानकारी के लिए कृपया सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी वर्णन को ध्यान से पढ़ें और उसके बाद ही पॉलिसी खरीदें.’
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