डेंगू बुखार गंभीर फ्लू-जैसे लक्षणों का कारण बन सकता है, जिसमें तेज़ बुखार, गंभीर सिरदर्द, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द और ददोरे शामिल हैं. डेंगू बुखार के गंभीर मामलों में इससे हीमोरेजिक बुखार या डेंगू शॉक सिंड्रोम भी हो सकता है, जो जानलेवा हो सकते हैं. भारत में डेंगू बुखार की व्यापकता लगातार बढ़ रही है, ऐसे में यह समझना ज़रूरी है कि हेल्थ इंश्योरेंस इस रोग से जुड़े खर्चों को कवर करने में कैसे मदद कर सकता है. हेल्थ इंश्योरेंस किसी भी फाइनेंशियल प्लान का एक ज़रूरी हिस्सा होता है जो अप्रत्याशित मेडिकल खर्चों से सुरक्षा देता है. हालांकि, सभी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी डेंगू बुखार को कवर नहीं करती हैं. इसलिए, विभिन्न हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों से मिलने वाली कवरेज और उससे जुड़ी शर्तों को समझना महत्वपूर्ण है.
डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस के तहत क्या-क्या कवर किया जाता है?
डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस के कवरेज लाभों की लिस्ट यहां दी गई है:
· मेडिकल ट्रीटमेंट
डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस मेडिकल उपचार के लिए कवरेज देता है जिसमें हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्च, डॉक्टर कंसल्टेशन फीस, डायग्नोस्टिक टेस्ट और दवा के खर्च शामिल हैं.
· अस्पताल में भर्ती
अधिकांश मामलों में पॉलिसीधारक के कम से कम 24 घंटों तक हॉस्पिटल में भर्ती रहने पर ही कवरेज का लाभ मिलता है.
· आउटपेशेंट ट्रीटमेंट
डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस आउटपेशेंट उपचार की लागत भी कवर करता है. इसमें डेंगू बुखार के हल्के मामलों, जिनमें हॉस्पिटलाइज़ेशन ज़रूरी नहीं होता है, के डायग्नोस्टिक टेस्ट, डॉक्टर कंसल्टेशन फीस और दवाओं के खर्च शामिल हैं.
· सम इंश्योर्ड
कवरेज की राशि अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनी में अलग-अलग होती है, और पॉलिसीधारक द्वारा चुने गए सम इंश्योर्ड पर निर्भर करती है.
· अतिरिक्त फायदे
कुछ इंश्योरेंस कंपनियां दैनिक कैश अलाउंस और एंबुलेंस शुल्क की कवरेज जैसे अतिरिक्त लाभ भी देती हैं. डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस हॉस्पिटलाइज़ेशन के खर्चों के साथ-साथ आउटपेशेंट उपचार की लागत भी कवर करता है. इसमें डेंगू बुखार के हल्के मामलों, जिनमें हॉस्पिटलाइज़ेशन की ज़रूरत नहीं होती है, के डायग्नोस्टिक टेस्ट, डॉक्टर कंसल्टेशन फीस और दवाओं के खर्च शामिल हैं.
इस हेल्थ पॉलिसी के एक्सक्लूज़न क्या हैं?
डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस मेडिकल उपचार की कवरेज देता है, पर इसके कुछ एक्सक्लूज़न भी हैं जो पॉलिसीधारकों को पता होने चाहिए. ये एक्सक्लूज़न अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनी में अलग-अलग होते हैं; कुछ उदाहरण इस प्रकार हैं:
· पहले से मौजूद बीमारियां
अगर पॉलिसीधारक डेंगू बुखार या किसी अन्य से पीड़ित है
पहले से मौजूद बीमारी पॉलिसी खरीदते समय, इंश्योरर इसके लिए कवरेज प्रदान नहीं कर सकता है.
· गैर-एलोपैथिक इलाज
अगर पॉलिसीधारक डेंगू बुखार के लिए एलोपैथी छोड़कर किसी दूसरी पैथी, जैसे होम्योपैथी या आयुर्वेद, से उपचार चुनता है, तो संभव है कि इंश्योरेंस कंपनी उसे कवर न करे.
· आयु सीमा
कुछ इंश्योरेंस कंपनियां डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज के लाभ पर अधिकतम आयु सीमा लागू कर सकती हैं.
· भौगोलिक सीमाएं
कुछ इंश्योरेंस कंपनियां केवल उन कुछ भौगोलिक स्थानों पर डेंगू बुखार की कवरेज देती हैं जहां यह रोग अधिक होता है.
डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने से पहले आपको ये चीज़ें पता होनी चाहिए
डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने से पहले आपको ये कुछ चीज़ें पता होनी चाहिए:
· शामिल है या ऐड-ऑन के रूप में मिलेगी?
सभी
हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी डेंगू बुखार को कवर नहीं करती हैं. कुछ इंश्योरेंस कंपनियां डेंगू कवरेज एक वैकल्पिक ऐड-ऑन के रूप में देती हैं, वहीं कुछ अन्य कंपनियां इसे अपनी स्टैंडर्ड पॉलिसी के तहत देती हैं. इसलिए, हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले पॉलिसी डॉक्यूमेंट ध्यान से पढ़कर पॉलिसी कवरेज को ठीक से समझ लेना महत्वपूर्ण है.
· प्रतीक्षा अवधि
अधिकांश हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में 30 दिन की प्रतीक्षा अवधि के बाद डेंगू बुखार की कवरेज प्रभावी होती है. यह प्रतीक्षा अवधि इसलिए लागू की जाती है ताकि लोग रोग होने के बाद तुरंत लाभ क्लेम करने के लिए पॉलिसी न खरीदें. इसलिए, डेंगू सीज़न शुरू होने से पहले हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना महत्वपूर्ण है ताकि जरूरत पड़ने पर कवरेज उपलब्ध हो.
· सब-लिमिट
अगर हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी डेंगू बुखार को कवर करती है, तो भी उपचार के लिए देय राशि पर सब-लिमिट लागू हो सकती हैं. यानी, पॉलिसी कुल मेडिकल खर्चों के केवल एक हिस्से को कवर करेगी. इसलिए, किसी भी सब-लिमिट के बारे में समझना महत्वपूर्ण है, जब भी जानेंं
हेल्थ इंश्योरेंस के प्रकार .
· पहले से मौजूद बीमारियां
कुछ हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी में पहले से मौजूद रोगों, जिनमें डेंगू बुखार शामिल है, की कवरेज नहीं होती है. इसलिए, अगर किसी व्यक्ति को डेंगू बुखार का इतिहास है, तो इस रोग के लिए कवरेज प्राप्त कर पाना मुश्किल हो सकता है. पॉलिसी खरीदने से पहले पॉलिसी डॉक्यूमेंट ध्यान से पढ़ना और जो भी एक्सक्लूज़न हों उन्हें समझना महत्वपूर्ण है.
· आउटपेशेंट ट्रीटमेंट
कुछ हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी डेंगू बुखार के आउटपेशेंट उपचार को कवर करती हैं. इसमें डायग्नोस्टिक टेस्ट, डॉक्टरों से परामर्श और दवाएं शामिल हो सकती हैं. हालांकि, आउटपेशेंट कवरेज पर आम तौर पर सब-लिमिट लागू होती हैं, और यह लाभ सभी पॉलिसी में नहीं होता है.
· कैशलेस हॉस्पिटलाइज़ेशन
कई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी डेंगू बुखार के उपचार के लिए कैशलेस हॉस्पिटलाइज़ेशन सुविधा देती हैं. यानी पॉलिसीधारक अग्रिम भुगतान किए बिना नेटवर्क हॉस्पिटल में उपचार करवा सकता है. इंश्योरेंस कंपनी पॉलिसी लिमिट और शर्तों के तहत हॉस्पिटल के बिल सीधे सेटल करती है.
· क्लेम प्रोसेस और डॉक्यूमेंट
डेंगू बुखार के इंश्योरेंस लाभ क्लेम करने के लिए, पॉलिसीधारकों को क्लेम प्रोसेस का पालन करना होगा और ज़रूरी डॉक्यूमेंट सबमिट करने होंगे. अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनियों में यह प्रोसेस अलग-अलग हो सकती है, पर आम तौर पर इसमें इंश्योरेंस कंपनी को क्लेम की सूचना देना, मेडिकल बिल और रिपोर्ट सबमिट करना, और क्लेम फॉर्म भरना शामिल होता है. क्लेम फटाफट प्रोसेस हो यह सुनिश्चित करने के लिए क्लेम प्रोसेस का सही-सही पालन ज़रूरी है.
· डेंगू हेल्थ इंश्योरेंस की लागत
डेंगू हेल्थ कवर की लागत अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनियों और अलग-अलग प्रकार की पॉलिसी के अनुसार अलग-अलग होती है. डेंगू कवरेज का प्रीमियम स्टैंडर्ड पॉलिसी के प्रीमियम से आम तौर पर अधिक होता है. हालांकि, इस रोग से जुड़े ऊंचे मेडिकल खर्चों को देखते हुए, डेंगू कवरेज की लागत इतनी भी महंगी नहीं है.
संक्षेप में
डेंगू बुखार व्यक्तियों और परिवारों को बड़े फाइनेंशियल तनाव में डाल सकता है. इसलिए, डेंगू बुखार और अन्य के लिए कॉम्प्रिहेंसिव कवरेज प्रदान करने वाली हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चुनना महत्वपूर्ण है
वेक्टर बोर्न डिज़ीज़, और पॉलिसी के एक्सक्लूज़न के बारे में भी जानें.
बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियम और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया इंश्योरेंस खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें.
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