काम पर जाते समय रास्ते में फटाफट कोई स्नैक खा लेना आज का नया ब्रेकफास्ट ट्रेंड है. साथ ही, आपके पसंदीदा फास्ट फूड रेस्टोरेंट पर आसानी से मिल जाने वाले खाने, घर के बने सेहतमंद खाने की जगह ले लेते हैं. आजकल बच्चे इन खानों को पसंद करते हैं और अपनी पोषण की ज़रूरतें इन्हीं से पूरी करने की कोशिश करते हैं. भले ही ये जंक फूड जीभ को संतुष्ट कर दें, पर इनमें पोषण न के बराबर होता है. हमारी दौड़-भाग वाली ज़िंदगी में, हम अक्सर जंक फूड का सहारा ले बैठते हैं, पर अक्सर इन्हें खाने से शरीर को कुछ ऐसे नुकसान हो सकते हैं जिन्हें ठीक नहीं किया जा सकता. जंक फूड को मोटापा बढ़ाने वाला फूड भी कहते हैं, पर ये आपकी कमर का साइज़ कुछ इंच बढ़ाने के साथ-साथ, शरीर पर कुछ अन्य गंभीर प्रभाव भी डालते हैं. आइए जंक फूड के ऐसे कुछ नुकसानदायक प्रभाव देखें जो आपके शरीर और आपके दिमाग, दोनों को नुकसान पहुंचाते हैं:
मोटापा
व्यक्ति में मोटापा बढ़ना, जंक फूड के सबसे आम और साफ दिखने वाले प्रभावों में से एक है. जंक फूड में चीनी, कैलोरी और फैट कूट-कूट कर भरे होते हैं जो वज़न बढ़ने का एक मुख्य कारण होते हैं. साथ ही, मोटापा और कई समस्याएं पैदा करता है, जैसे डायबिटीज़, जोड़ों में दर्द, और दिल की कई बीमारियां.
सीखने और याद रखने से जुड़ी समस्याएं
चीनी और फैट के अधिक सेवन से दिमाग की सीखने और यादें बनाने की ताकत कमज़ोर पड़ जाती है. यह समस्या खास तौर पर बढ़ते बच्चों में देखने को मिलती है, क्योंकि उस समय वे सबसे तेज़ी से सीख रहे होते हैं. इस बात को अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लीनिकल न्यूट्रीशन में छपे एक अध्ययन से भी समर्थन मिला है, जिसमें देखा गया कि जंक फूड खाने वालों ने चीज़ों को समझने-बूझने के टैस्ट में खराब परिणाम दिए. नतीजों में देखा गया कि दिमाग के हिप्पोकैंपस नामक हिस्से में अचानक सूजन आ गई; दिमाग के इस हिस्से पर याद्दाश्त और चीज़ों को पहचानने की ज़िम्मेदारी होती है.
भूख न लगना और पाचन की समस्याएं
ज़रूरत से अधिक खाना, जंक फूड का एक और बुरा प्रभाव है. व्यक्ति अपने ब्लड शुगर के लेवल में उतार-चढ़ाव के कारण ज़रूरत से अधिक खा बैठता है. इस कारण दिमाग अपनी सामान्य ज़रूरत से अधिक खाना मांगता है. साथ ही, जंक फूड को पचाने में भी समस्याएं होती हैं, जो ऐसा फूड खाने के नुकसानदायक प्रभावों को और बढ़ाती हैं.
मानसिक प्रभाव के कारण डिप्रेशन
बहुत अधिक जंक फूड खाने से आपके दिमाग की रासायनिक संरचना बदल जाती है. यह बदलाव आपके शरीर को ऐसे जंक फूड पर और अधिक निर्भर बना देता है और आपको ऐसे खाने की और अधिक लालसा होने लगती है. यह लगभग किसी लत जैसा बन जाता है और लोगों को इसे छोड़ने में भी मुश्किल होती है, जिससे वे डिप्रेशन का शिकार हो सकते हैं. ये शरीर में हॉर्मोन्स का संतुलन भी बिगाड़ देते हैं, जिससे जंक फूड की चाहत और बढ़ जाती है.
अपर्याप्त विकास
सेहतमंद शरीर को अपनी बढ़त और अपने विकास के लिए आवश्यक पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है. वैसे तो जंक फूड के बुरे प्रभाव साफ हैं, पर साथ ही उनमें बुनियादी पोषण का अभाव भी है. ये नुकसानदायक आदतें, और अपर्याप्त पोषण, दोनों मिलकर आपके दिमाग को और शरीर के अन्य हिस्सों को बाधित करते हैं. हेल्थ न्यूट्रीशनिस्ट ज़्यादा प्रोसेस्ड फूड का सेवन करने से बचने की सलाह देते हैं क्योंकि उनसे शरीर पर लंबे समय तक प्रभाव पड़ते हैं. इसलिए, चिप्स का वह पैकेट खोलने या सॉफ्ट ड्रिंक की अपनी लालसा के आगे घुटने टेकने से पहले, जंक फूड के उन सारे नुकसानदायक प्रभावों के बारे में सोचें जो न केवल आपके शरीर को, बल्कि आपके मन को भी प्रभावित करते हैं. हो सकता है कि आपके पास घर पर खाना बनाने-पकाने के लिए समय कम हो, लेकिन अपनी सेहत की खातिर यह अतिरिक्त कदम उठाएं और अनचाहे खर्चों से खुद को बचाने के लिए
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