सभी जानते हैं कि हेल्थ इंश्योरेंस लेने का कितना महत्व है. भले ही कोई अपनी हेल्थ की कितनी भी अच्छी देखभाल करे, तब भी हेल्थ से जुड़ी कुछ ऐसी परेशानियां हो सकती हैं, जिसके चलते लोगों को फाइनेंशियल रूप से मुश्किल हो सकती हैं. ऐसे में हेल्थ इंश्योरेंस, हेल्थ से जुड़े किसी भी खर्च जैसे- दवा और हॉस्पिटलाइज़ेशन आदि को कवर करने में आपकी मदद कर सकता है. लेकिन जब बात डायबिटीज़ की बात आती है तो चीजें थोड़ी और अधिक मुश्किल हो सकती हैं, क्योंकि डायबिटीज़ में अतिरिक्त देखभाल और ध्यान की आवश्यकता होती है, इसलिए डायबिटीज़ के लिए हेल्थ इंश्योरेंस इतनी आसान चीज़ नहीं है. डायबिटीज़, एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपके शरीर में इंसुलिन का स्तर सामान्य स्तर से अधिक या कम हो जाता है. ऐसे में, शरीर के लिए अपने ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करना मुश्किल हो जाता है. अगर इसे सही देखभाल के साथ पर्याप्त रूप से मैनेज नहीं किया जाता है, तो समय बीतने के साथ-साथ हेल्थ से जुड़ी अन्य दिक्कतें भी हो सकती हैं. क्योंकि इसमें खास देखभाल की आवश्यकता होती है, इसलिए यह परिवार को फाइनेंशियल रूप से परेशान कर सकता है. इससे मेडिकल बिल में बढ़ोत्तरी हो सकती है और इससे फाइनेंशियल दबाव के साथ-साथ, भावनात्मक दबाव भी पैदा हो सकता है. इसलिए, डायबिटीज़ के लिए हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ उठाते समय कुछ चीज़ों पर ध्यान देने के साथ-साथ निम्नलिखित चीज़ों और कारकों का ध्यान रखना भी महत्वपूर्ण है -
डायबिटीज़ इंश्योरेंस प्लान क्या कवर किया जाता है?
डायबिटीज़ के लिए
हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय, देख लें कि कवरेज का दायरा क्या है. यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे बीमार व्यक्ति को मिलने वाले कुल सम एश्योर्ड का निर्धारण किया जाता है. एक डायबिटीज़ इंश्योरेंस में डॉक्टर की विज़िट, दवाएं, इंसुलिन के इंजेक्शन, अतिरिक्त मेडिकल सपोर्ट और डायबिटीज़ के कारण होने वाली किसी भी मेडिकल जटिलता को कवर किया जाना चाहिए. अगर कवरेज काफी नहीं है, तो हॉस्पिटलाइज़ेशन के समय आपको अपनी जेब से अतिरिक्त भुगतान करने की आवश्यकता होगी.
डायबिटीज़ हेल्थ इंश्योरेंस की प्रतीक्षा अवधि क्या है?
डायबिटीज़ एक ऐसी बीमारी है, जिसे
हेल्थ इंश्योरेंस में पहले से मौजूद बीमारी माना जाता है और इसके लिए प्रतीक्षा अवधि पूरी करने की आवश्यकता होती है. प्रतीक्षा अवधि, उस अवधि को कहा जाता है, जिसके दौरान इंश्योरेंस पॉलिसी, पॉलिसीधारक के इलाज में आने वाले खर्च को कवर नहीं करती है. पॉलिसी की खरीदारी के समय, प्रतीक्षा अवधि दो वर्ष या चार वर्ष तक की हो सकती है और इस अवधि के दौरान होने वाली किसी भी मेडिकल समस्या को पॉलिसी के तहत कवर नहीं किया जाता है. इसलिए, डायबिटीज के लिए इंश्योरेंस खरीदने से पहले प्रतीक्षा अवधि को चेक करें और इसके बारे में जानकारी लें.
डायबिटीज़ हेल्थ इंश्योरेंस के लिए देय प्रीमियम
आमतौर पर, नियमित हेल्थ इंश्योरेंस के मुकाबले डायबिटीज़ इंश्योरेंस के लिए प्रीमियम अधिक हो सकता है. क्योंकि इंश्योरेंस कंपनियां डायबिटीज़ को पहले से मौजूद बीमारी के दायरे में रखती हैं, जिसके चलते देय प्रीमियम पर असर पड़ता है. लेकिन यह भी ध्यान रखें कि आपको मिलने वाला कवरेज, देय प्रीमियम से मेल खाता हो, ताकि, एक पेशेंट के रूप में यह आपको डायबिटीज़ के लिए सबसे बेहतर हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ उठाने से ना रोक सके.
डायबिटीज़ हेल्थ इंश्योरेंस में कैशलेस ट्रीटमेंट
प्रतीक्षा अवधि समाप्त होने के बाद, बहुत सी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां कैशलेस ट्रीटमेंट की सुविधा प्रदान करती हैं. यह लाभ पहले से लिस्ट में शामिल कुछ हॉस्पिटल में ही उठाया जा सकता है, जिन्हें नेटवर्क हॉस्पिटल भी कहा जाता है. डायबिटीज़ के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय, सुनिश्चित कर लें कि आपकी पॉलिसी में कैशलेस क्लेम सेटलमेंट की सुविधा मौजूद हो. इससे आपको ट्रीटमेंट के खर्च की वजह से होने वाले फाइनेंशियल बोझ से बचने में मदद मिलती है. इस तरह, समझदार बनें और डायबिटीज़ के लिए एक सही
कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस में इन्वेस्ट करें. डायबिटीज़, एक चुनौतीपूर्ण स्थिति हो सकती है क्योंकि इसमें लगातार देखभाल और मेडिकल सहायता की आवश्यकता होती है. लेकिन इससे फाइनेंशियल रूप से कोई असर नहीं पड़ता. डायबिटीज़ के लिए सही इंश्योरेंस कवर लेकर, आप और आपका परिवार, एक तनाव-मुक्त, आरामदायक और स्वस्थ जीवन पा सकते हैं.
*मानक नियम व शर्तें लागू
बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियम और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया इंश्योरेंस खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें.
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