ऐसी सर्जरी की संख्या बहुत बड़ी है जो एमरजेंसी, आवश्यक, या जीवन-रक्षक सर्जरी होती हैं. वहीं दूसरी ओर, ऐसी सर्जरी भी हैं जो अर्जेंट भले न हों, पर अगर सही समय पर और सही तरीके से की जाएं तो व्यक्ति की जीवन गुणवत्ता को बेहतर बना सकती हैं. हालांकि, यह ज़रूरी नहीं है कि कुछ सर्जरी, जो अर्जेंट नहीं हैं, उन्हें हमेशा कवर किया जाए, जब भी आप खरीदें
हेल्थ इंश्योरेंस. अगर उन सर्जरी के लिए कवरेज नहीं है तो, अपनी जीवन गुणवत्ता बेहतर बनाने के लिए वे सर्जरी चाहने वाला व्यक्ति उनकी लागत के कारण उन्हें करवा नहीं पाता है या देरी से करवा पाता है. वहीं दूसरी ओर, बढ़ती मेडिकल लागतों के कारण हालात और मुश्किल हो जाते हैं. ऐसी ही एक गैर-ज़रूरी लेकिन महत्वपूर्ण सर्जरी है लेसिक. इसका इस्तेमाल मायोपिया, एस्टिग्मेटिज़्म, और आंखों की अन्य समस्याओं वाले लोगों की नज़र सुधारने के लिए होता है. तो, क्या लेसिक इंश्योरेंस द्वारा कवर किया जाता है?? या इसके लिए आपको अपनी जेब से भुगतान करना होगा?? आइए, संक्षेप में जानें कि यह सर्जरी क्या है और
हेल्थ इंश्योरेंस लाभ में लेसिक की कवरेज होती है या नहीं.
लेसिक क्या है?
लेसिक का पूरा नाम है लेज़र-असिस्टेड इन सिटु केरटोमिल्यूसिस; इससे ऐसे लोगों को मदद मिल सकती है जिनको नज़र की समस्याएं हैं और जो उन्हें ठीक करवाना चाहते हैं. आम तौर पर, इसका इस्तेमाल हाइपरमेट्रोपिया या हाइपरोपिया, मायोपिया और एस्टिग्मेटिज़्म जैसी समस्याओं को ठीक करने के लिए किया जाता है. हाइपरमेट्रोपिया का अर्थ है पास की नज़र कमज़ोर, जबकि मायोपिया का अर्थ है दूर की नज़र कमज़ोर. एस्टिग्मेटिज़्म में आंख की गोलाई ठीक न होने के कारण व्यक्ति को (दूर व पास की) चीज़ें लगभग धुंधली दिखती हैं. इन समस्याओं वाले लोगों को आम तौर पर नंबर/पॉवर वाले चश्मे या कॉन्टेक्ट लेंस पहनने की सलाह दी जाती है. लेसिक या लेज़र आई सर्जरी इसलिए की जाती है ताकि रोगी की नज़र ठीक हो जाए और उसे नंबर/पॉवर वाले चश्मे से छुटकारा मिल जाए. इस सर्जरी से चश्मों या लेंस के नियमित उपयोग की ज़रूरत खत्म हो जाती है जिससे व्यक्ति की जीवन की गुणवत्ता में सुधार होता है.
लेसिक की लागत और प्रक्रिया
अगर आप ऊपर लिखी स्थितियों में से किसी स्थिति से ग्रस्त हैं, तो चश्मे की ज़रूरत खत्म करने में लेसिक आपकी मददगार हो सकती है. हालांकि, लेज़र आई सर्जरी करवाने का मन बनाने से पहले यह समझना ज़रूरी है कि लेसिक क्या है और इसमें कितनी लागत आती है. इस सर्जरी को चुनने का निर्णय लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श करना बेस्ट होता है. वे आपको बताएंगे कि यह सर्जरी आपके लिए सही है या नहीं. सर्जरी से पहले आपको कुछ बातों का पालन करना होगा. जैसे, सर्जरी से कुछ दिन पहले से आपको कॉन्टेक्ट लेंस का इस्तेमाल रोकना पड़ सकता है. लेज़र सर्जरी से पहले डॉक्टर आपकी आंखों का स्वास्थ्य चेक करके पता करेंगे कि आप सर्जरी के लिए फिट हैं या नहीं. लेसिक सर्जरी आम तौर पर 30-45 मिनट में पूरी हो जाती है. इस सर्जरी के लिए आपकी आंखों को सुन्न किया जाता है. लेज़र का इस्तेमाल आपके कॉर्निया की शेप बदलने के लिए किया जाता है ताकि आपकी नज़र में सुधार हो. अगर दोनों आंखों की सर्जरी की ज़रूरत हो, तो आम तौर पर दोनों सर्जरी एक ही दिन कर दी जाती हैं. सर्जरी के बाद, हो सकता है कि आपकी आंखों में बार-बार खुजली हो और पानी आए. आपकी नज़र को पूरी तरह साफ होने में कुछेक महीने लग सकते हैं. दर्द या जलन, अगर हो, से राहत के लिए आपको आईड्रॉप्स दी जा सकती हैं. साथ ही, आपसे यह भी कहा जा सकता है कि आप अपनी आंखों की सुरक्षा के लिए उन पर शील्ड पहनें, विशेष रूप से रात में. आप सर्जरी के बाद अगले कुछ सप्ताह तक अपनी आंखों के आस-पास कॉस्मेटिक प्रॉडक्ट इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे और तैराकी नहीं कर सकेंगे. भारत में लेसिक सर्जरी की लागत रु. 20,000 से रु. 1,50,000 तक हो सकती है. वास्तविक लागत रोगी की स्थिति पर और, आप जिन डॉक्टर से परामर्श कर रहे हैं उन पर, निर्भर करेगी. इस प्रकार, कुछ लोगों के लिए यह सर्जरी काफी खर्चीली हो सकती है, विशेष रूप से यह देखते हुए कि यह एक आवश्यक सर्जरी नहीं है. इसलिए, अगर आपका हेल्थ इंश्योरेंस लेसिक की लागत को कवर करता हो तो यह उपयोगी रहेगा.
क्या मेडिकल इंश्योरेंस लेसिक को कवर करता है?
तो, क्या हेल्थ इंश्योरेंस लेज़र आई सर्जरी को कवर करता है? भारत में कई हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेसिक सर्जरी के लिए कवरेज देती हैं. हालांकि, यहां आपको दो चीज़ें नोट करनी होंगी. सबसे पहले, सभी प्रकार के हेल्थ प्लान इस प्रकार की सर्जरी के लिए कवरेज नहीं देते हैं. दूसरा, जब लेसिक इंश्योरेंस द्वारा कवर किया जाता है, तो इसमें शामिल हो सकता है
प्रतीक्षा अवधि जिसके बारे में आपको पता होना चाहिए. इस प्रकार, संभव है कि आपकी पॉलिसी, चाहे वह
फैमिली हेल्थ इंश्योरेंस,
इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस, या ग्रुप हेल्थ इंश्योरेंस, लेसिक सर्जरी को कवर करता है. हालांकि, पहले से यह चेक कर लेना बेस्ट रहता है कि ऐसा है या नहीं. भारत में लेज़र आई सर्जरी को कवर करने वाले प्लान में से एक बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस है
हेल्थ केयर सुप्रीम प्लान. यह प्लान लेसिक सर्जरी के साथ-साथ मोतियाबिंद, टॉन्सिलाइटिस, जेनेटिक रोगों और पार्किंसन डिसीज़ को भी कवर करता है. इस प्लान में लेसिक सर्जरी के लिए इंश्योरेंस कवरेज है, पर इस पर 24 घंटों की प्रतीक्षा अवधि लागू है.
लेसिक कराने से पहले
अगर आपकी आयु 18-40 वर्ष है, तो आप यह सर्जरी करा सकते हैं. हालांकि, अपने डॉक्टर से पहले ही परामर्श कर लेना बेस्ट रहता है, क्योंकि वे आपको बेहतर तरीके से गाइड कर सकते हैं. इस सर्जरी के संभावित जोखिमों में शामिल हैं:
- आंखों में सूखापन
- दो-दो चीज़ें दिखाई पड़ना
- प्रकाश के स्रोतों के चारों ओर चमकीले घेरे या चौंध
- एस्टिग्मेटिज़्म
- नज़र में बदलाव या नज़र कमज़ोर होना
इस सर्जरी का निर्णय लेने से पहले, यह चेक करना बेस्ट है कि आपकी पॉलिसी इस सर्जरी को कवर करती है या नहीं. अधिक जानकारी के लिए अपना पूरा पॉलिसी डॉक्यूमेंट ध्यान से पढ़ें और अपने इंश्योरेंस एजेंट या इंश्योरेंस कंपनी से बात करें.
*मानक नियम व शर्तें लागू
बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियम और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया इंश्योरेंस खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें.
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