हेल्थ कवरेज अब केवल एक विकल्प नहीं है, बल्कि आयु बढ़ने के साथ-साथ होने वाली समस्या के लिए हमारी आवश्यकता बन गया है. बढ़ती आयु के साथ, बीमार होने की संभावना भी बढ़ती जाती हैं. इसके अलावा, आज के समय में हेल्थकेयर के खर्चे इतने अधिक हैं कि बिना हेल्थ कवरेज के उन्हें पूरा करना मुश्किल हो सकता है. इसलिए, सीनियर सिटीज़न के इलाज को कवर करने के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना आवश्यक है. अधिकतर सीनियर सिटीज़न पहले से ही इन अधिक कीमत वाले इलाजों के बारे में जानते हैं और वे कुछ इंश्योरेंस प्लान भी लिए होते हैं. समस्या की बात यह है कि सभी इंश्योरेंस प्रदाता अपने पॉलिसीधारकों की सभी आवश्यकताओं को पूरा नहीं कर पाते हैं. ऐसे मामले में, इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईआरडीएआई), कस्टमर को मौजूदा पॉलिसी के किसी लाभ को खोए बिना, अपने इंश्योरेंस प्लान को नए इंश्योरर के पास पोर्ट करने की सुविधा देता है.
सीनियर सिटीज़न हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को कैसे पोर्ट करें?
सीनियर सिटीज़न के लिए, एक इंश्योरर से दूसरे इंश्योरर में
हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी का प्रोसेस काफी आसान है. निम्नलिखित चरणों के माध्यम से यह प्रोसेस पूरा किया जा सकता है:
चरण 1:
अपनी इंश्योरेंस पॉलिसी को पोर्ट करने के लिए एक एप्लीकेशन लिखें और इसे अपनी मौजूदा पॉलिसी के रिन्यूअल की तिथि से कम से कम 45 दिन पहले, नए इंश्योरर के पास सबमिट करें.
चरण 2:
आपका पोर्टेबिलिटी अनुरोध स्वीकार करने के बाद, नई इंश्योरेंस कंपनी आपको एक पोर्टेबिलिटी फॉर्म देगी. इसके अलावा, कंपनी आपकी आयु और आवश्यकताओं के हिसाब से, आपको कंपनी के विभिन्न इंश्योरेंस प्रॉडक्ट से जुड़ी जानकारी प्रदान करेगी.
चरण 3:
जानें
सीनियर सिटीज़न के लिए हेल्थ इंश्योरेंस होगा और अपनी आवश्यकताओं के हिसाब से सबसे बेहतर प्लान चुनना होगा. इसके बाद, पोर्टेबिलिटी फॉर्म को भरें और मांगे गए अन्य डॉक्यूमेंट्स के साथ, उसे नए इंश्योरर के पास सबमिट करें.
चरण 4:
नए इंश्योरर को आपके सभी फॉर्म और जानकारियां मिल जाने के बाद, वे आपके मौजूदा इंश्योरर से संपर्क करेंगे और आपकी मेडिकल हिस्ट्री, क्लेम रिकॉर्ड आदि से जुड़ी जानकारियां लेंगे.
चरण 5:
इसके बाद डेटा इस पर शेयर किया जाता है
आईआरडीएआई आपके मौजूदा इंश्योरर द्वारा पोर्टल. मौजूदा इंश्योरर को, अनुरोध के सात दिनों के भीतर सभी आवश्यक जानकारी देनी होगी और पोर्टल पर अपलोड करनी होगी.
चरण 6:
जब जानकारी पोर्टल पर अपडेट हो जाती है और नया इंश्योरर पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी से संतुष्ट हो जाता है, तब आपकी पॉलिसी के लिए अंडरराइटिंग कानूनों का एक नया सेट तैयार किया जाता है. नए इंश्योरर को 15 कार्य दिवसों के भीतर इस प्रोसेस को पूरा करना होता है, अगर वो इस अवधि में प्रोसेस को पूरा नहीं कर पाते हैं, तो उन्हें एप्लीकेशन को स्वीकार करना ही पड़ता है, फिर चाहे कोई भी मामला हो.
केस स्टडी
2018 में, 67 वर्ष के श्री शर्मा ने भारत की एक प्रमुख इंश्योरेंस कंपनी से हेल्थ इंश्योरेंस खरीदा. उन्हें सभी पॉलिसी मानदंडों के बारे में बताया गया और रु. 35000 की वार्षिक प्रीमियम राशि के भुगतान के बाद, उनकी पॉलिसी शुरू हो गई. उन्होंने कैशलेस पॉलिसी का विकल्प चुना था और उनसे वादा किया गया था कि पॉलिसी के तहत, उनके द्वारा लिए गए किसी भी ट्रीटमेंट पर उन्हें क्लेम शुल्क की छोटी सी राशि के अलावा कोई भुगतान नहीं करना पड़ेगा. जुलाई 2019 में, जब श्री शर्मा बीमार हुए और हॉस्पिटल में भर्ती हो गए, तो उनके परिवार के सदस्यों ने इलाज में आने वाले खर्च के लिए, उनकी पॉलिसी का उपयोग करने का फैसला किया. उन्होंने हॉस्पिटल के इंश्योरेंस विभाग को पॉलिसी के सभी डॉक्यूमेंट्स सबमिट किए. हॉस्पिटल ने मामले को इंश्योरर को भेजा और इंश्योरर से बिना किसी प्रत्यक्ष खर्च के, श्री शर्मा का ट्रीटमेंट शुरू करने की अनुमति मांगी. लेकिन, इंश्योरर ने हॉस्पिटल को निर्धारित समय अवधि के भीतर कोई जवाब नहीं दिया. हॉस्पिटल और श्री शर्मा के परिवार के सदस्यों ने इंश्योरर से बार-बार संपर्क करने की कोशिश की. इंश्योरर से कोई जवाब ना मिलने पर, हॉस्पिटल ने ट्रीटमेंट के खर्च का भुगतान उनके परिवार से लेने का फैसला किया. उनके परिवार को भुगतान करना पड़ा और बहुत दिन बीत जाने के बाद, इंश्योरर ने श्री शर्मा से उनके मामले के बारे में जानने के लिए संपर्क किया. इंश्योरर के व्यवहार से निराश हो चुके श्री शर्मा ने उसे कोई जवाब नहीं दिया और जैसे ही उनकी स्थिति बेहतर हुई, उन्होंने नए इंश्योरर के पास इंश्योरेंस पोर्ट कराने का विकल्प चुना. पोर्टेबिलिटी अनुरोध करने के आधे महीने के भीतर ही उनकी पॉलिसी पोर्ट हो गई और अब वह नई पॉलिसी के लाभ उठा रहे हैं.
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
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क्या मैं अपने पिता के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीद सकता/सकती हूं?
हां,
हेल्थ इंश्योरेंस प्लान आपके परिवार के किसी भी सदस्य द्वारा खरीदा जा सकता है. बस इंश्योरर को पॉलिसीधारक की जानकारी प्रदान करनी होगी.
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क्या हेल्थ इंश्योरेंस पोर्टेबिलिटी के मामले में कोई आयु सीमा है?
वैसे तो इसके लिए कोई निर्धारित आयु सीमा नहीं है, लेकिन अधिकांश इंश्योरेंस कंपनियां 70 वर्ष से अधिक आयु के लोगों की पॉलिसी पोर्ट करना पसंद नहीं करती.
संक्षेप में
अगर आप अपने मौजूदा पॉलिसी प्रदाता से संतुष्ट नहीं हैं, तो सीनियर सिटीज़न के लिए हेल्थ इंश्योरेंस की पोर्टेबिलिटी, आपके लिए एक बेहतर और सकारात्मक कदम हो सकती है. इससे ना केवल आपको अपने मौजूदा पॉलिसी प्लान के लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी बल्कि आपको कई नए लाभ भी मिलेंगे.
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