हर साल 25 अप्रैल को विश्व मलेरिया दिवस मनाया जाता है ताकि इस बीमारी के प्रति जागरूकता बढ़ाई जा सके. अन्य स्वास्थ्य जागरूकता अभियान की तरह ही, इसका उद्देश्य एक खास थीम पर ध्यान केंद्रित करना है और इस साल की थीम है "एंड मलेरिया फॉर गुड". WHO के अनुसार, दक्षिण-पूर्व एशिया में अकेले भारत में मलेरिया से संबंधित 58% मामले आते हैं, जिनमें से 95% ग्रामीण और 5% शहरी क्षेत्रों से होते हैं. यह न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में मृत्यु का एक प्रमुख कारण है. मलेरिया मच्छर के काटने से होता है. इसलिए, सतर्क रहना और सावधानी बरतना ज़रूरी है. भारत में, इससे सबसे ज़्यादा प्रभावित क्षेत्र हैं - आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गुजरात, झारखंड, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, पश्चिम बंगाल और सात उत्तर-पूर्वी राज्य. अगर आप इनमें से किसी भी प्रभावित क्षेत्र की यात्रा करते हैं, तो यात्रा से एक या दो दिन पहले मलेरिया-रोधी टैबलेट ज़रूर लें. आप बचाव के कुछ उपाय भी अपना सकते हैं जैसे:
- मच्छरदानी लगा कर सोना– मच्छरदानी में सोना मच्छरों और कीटों को दूर रखने का सबसे अच्छा तरीका है. ध्यान रखें कि मच्छरदानी को गद्दे के नीचे दबाने के बाद अंदर कोई मच्छर न रह जाएं और इस पर धूल जमने से बचाने के लिए इसे हर 10 दिन में एक बार धोएं.
- सिट्रोनेला तेल– इस तेल को लेमनग्रास से निकाला जाता है और इसका ज़्यादातर उपयोग सौंदर्य उत्पादों में किया जाता है. जैतून या नारियल तेल के साथ मिलाकर शरीर पर लगाने से यह मच्छरों को भगाने में भी असरदार होता है. इसकी केवल कुछ बूंदें ही पर्याप्त होती हैं क्योंकि इसमें बहुत तेज खुशबू होती है.
- अपने शरीर को ढक कर रखें – जब आपकी त्वचा ढकी नहीं होती है तो मच्छरों के आपको काटने की संभावना अधिक होती है. इससे बचने के लिए फुल स्लीव और लंबी पैंट पहनें.
- मच्छर भगाने वाली क्रीम और लोशन का इस्तेमाल करें– अगर आप ऐसे कपड़े पहनते हैं जिसमें आपके शरीर के कुछ हिस्से खुले रहते हैं, तो आप उन हिस्सों पर मॉस्किटो रिपेलेंट क्रीम अच्छी तरह से लगाएं. अगर आप सनस्क्रीन लगाते हैं तो रिपेलेंट को ऊपर से लगाएं क्योंकि रिपेलेंट की तेज गंध मच्छरों को दूर रखेगी.
- घर के अंदर स्प्रे का उपयोग करना– जब घर पर हों तो रिपेलेंट स्प्रे और वैपोराइज़र का उपयोग करें जो मार्केट में आसानी से उपलब्ध हैं. ये रिपेलेंट आमतौर पर प्लग-इन होते हैं या उन्हें कमरे में स्प्रे किया जाता है. इस विधि को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए, ध्यान रखें कि दरवाजे और खिड़कियां बंद हों.
अपनी यात्रा के बाद, संभावित लक्षणों पर नज़र बनाए रखें, मलेरिया के कुछ सामान्य लक्षण हैं:
- बुखार
- सिरदर्द
- जी मितलाना
- मांसपेशियों में दर्द
- थकान
- दस्त
- ब्लडी स्टूल्स
- अत्यधिक पसीना आना
- खून की कमी
- आक्षेप (दौरे)
बाद में पछताने से बेहतर है पहले उपाय करना. जब कोई बीमारी होती है, तो बहुत सी चीजों पर ध्यान रखने की आवश्यकता होती है. ऐसे समय में, इलाज के लिए फाइनेंशियल पक्ष संभालने वाले बैकअप का होना बहुत अच्छा साबित हो सकता है. इसलिए,
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are small insects that are responsible for causing and spreading fatal diseases like Dengue, Malaria and Chikungunya. Besides infecting people with these hazardous diseases, mosquitoes also are a
25 th april is malaria day and who recomndation –end malaria for good and the analysis of malaria in india that is 58%malaria cases in india which 95% from rural and 5%from urban is quite satisfactory analysis for us.