हम सभी अपने जीवन में घर खरीदने की इच्छा रखते हैं. सुनने में यह भले ही आसान लगता है, लेकिन अपने सपनों का घर खरीदने में कड़ी मेहनत, कोशिशें, धैर्य और बचत लगती है. एक घर खरीदना निश्चित रूप से किसी सपने के सच होने जैसा है. किसी जगह को अपना घर कह कर पुकारने पर होने वाला अनुभव अलग ही होता है. यह एक खास, कभी न भूलने वाला और ज़िंदगी भर याद रहने वाला एहसास है. इसलिए आपको सुझाव दिया जाता है कि अपने घर को सुरक्षित करने के लिए, आप खरीदें एक
होम इंश्योरेंस पॉलिसी.
कई बार ऐसा होता है कि लोग घर बनाने के लिए किसी बैंक या अन्य किसी फाइनेंशियल संस्था से लोन लेते हैं. होम लोन लेना अपने सपनों का घर खरीदने का एक बेहतर तरीका है, जिससे आपको कहीं भी खर्च से समझौता नहीं करना पड़ता है, लेकिन होम लोन की ईएमआई का समय पर भुगतान करना होता है. ऐसे में लोग अक्सर इन दोनों चीज़ों के बारे में भ्रम के शिकार हो जाते हैं कि होम इंश्योरेंस और होम लोन इंश्योरेंस में क्या अंतर है. आइए, इस आर्टिकल में हम, होम इंश्योरेंस और होम लोन इंश्योरेंस के बीच के अंतर को समझते हैं.
होम इंश्योरेंस क्या है?
होम इंश्योरेंस पॉलिसी, घर या उसके अंदर मौजूद सामान को किसी भी अचानक पहुंचे नुकसान या क्षति से सुरक्षित करती है. यह प्राकृतिक आपदा, मानव-निर्मित आपदा, चोरी आदि के कारण होने वाले किसी भी नुकसान/हानि से घर और व्यक्तिगत सामान की सुरक्षा करती है. अगर हम होम इंश्योरेंस पॉलिसी के बारे में बात करें, तो यह आमतौर पर कंटेंट डैमेज कवर और स्ट्रक्चरल डैमेज कवर प्रदान करती है. स्ट्रक्चरल डैमेज कवर से घर के स्ट्रक्चर के क्षतिग्रस्त होने पर पॉलिसीधारक को फाइनेंशियल सहायता प्रदान की जाती है. वहीं दूसरी तरफ, कंटेंट डैमेज कवर घर के सामान को पहुंचे नुकसान/क्षति के लिए फाइनेंशियल सहायता प्रदान करता है. यह नुकसान घर के फर्नीचर, किसी भी इलेक्ट्रिकल अप्लायंस आदि को पहुंचने वाला नुकसान हो सकता है. ऐसे में रिपेयर में आने वाले खर्च अधिकतर इसी कवर के तहत कवर किए जाते हैं. होम इंश्योरेंस को घर के मालिक और किराएदार, दोनों खरीद सकते हैं. इस मामले में ध्यान देने लायक बात यह है कि नुकसान होने की स्थिति में किराएदार को केवल कंटेंट डैमेज कवर दिया जाएगा, क्योंकि वह जगह का मालिक नहीं होता है.
होम लोन इंश्योरेंस क्या है?
होम लोन इंश्योरेंस, होम लोन की देयताओं को कवर करता है. यह तब काम आता है, जब लोन लेने वाला किसी वजह से भुगतान नहीं कर पाता है. इसका मतलब यह है कि अगर लोन लेने वाला लोन की मासिक किश्त का भुगतान नहीं कर पाता है, तो होम लोन इंश्योरेंस उसका भुगतान कर देता है. जब किसी अचानक होने वाली परिस्थिति के कारण व्यक्ति इसे नहीं चुका पा रहा हो, तब यह होम लोन नहीं चुकाने से पैदा होने वाले जोखिम से बचाता है. कुल मिलाकर, हम कह सकते हैं कि अगर ईएमआई का भुगतान समय पर नहीं किया जाता है, तो आप घर का मालिकाना हक गंवाने से बच जाते हैं. यह आपके परिवार के लिए राहत का काम करता है और कोई अनचाही घटना होने पर लोन की बची राशि का भुगतान करता है. हर इंश्योरेंस प्रदाता का होम लोन इंश्योरेंस कवरेज अलग-अलग हो सकता है. कुछ इंश्योरर लोन लेने वाले या घर के मालिक की मृत्यु होने पर होम लोन के पुनर्भुगतान के जोखिम को कवर करते हैं. कुछ इंश्योरर लोन लेने वाले या घर के मालिक के किसी भी गंभीर बीमारी से पीड़ित होने, अक्षम हो जाने या नौकरी चले जाने पर पैदा होने वाले जोखिम को कवर करते हैं. प्लान कोई भी हो, प्लान के नियम और शर्तें सावधानीपूर्वक पढ़ लेनी चाहिए. होम लोन इंश्योरेंस के लिए भुगतान किए जाने वाले प्रीमियम पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत टैक्स लाभ मिलता है. अगर होम लोन इंश्योरेंस पॉलिसी लेते हैं, तो इससे डाउन पेमेंट की राशि को कम करने में भी मदद मिलती है. होम लोन इंश्योरेंस पॉलिसी उन लोगों के लिए बेहतर है, जिनके पास थोड़ी बचत है और वे जीवन के शुरुआती दौर में ही अपना घर लेना चाहते हैं. ऐसा इसलिए है, क्योंकि इसमें इंश्योरर द्वारा लोन के पुनर्भुगतान की गारंटी दी जाती है. होम लोन इंश्योरेंस पॉलिसी एकमुश्त भुगतान या समय-समय पर किश्तों के माध्यम से होम लोन का पुनर्भुगतान करने का विकल्प भी देती है.
डिस्क्लेमर: टैक्स लाभ मौजूदा कानूनों के अनुसार बदलाव के अधीन हैं.
होम इंश्योरेंस बनाम होम लोन इंश्योरेंस - मुख्य अंतर
नीचे दी गई टेबल में होम इंश्योरेंस और होम लोन इंश्योरेंस के बीच मुख्य अंतर के बारे में बताया गया है:
पैरामीटर
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होम इंश्योरेंस
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होम लोन इंश्योरेंस
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प्रीमियम |
होम लोन इंश्योरेंस के मुकाबले इसका प्रीमियम कम होता है |
होम इंश्योरेंस के मुकाबले इसका प्रीमियम अधिक होता है |
सुविधाजनक |
चाहे आपके पास होम लोन इंश्योरेंस हो या ना हो, आप इसका लाभ उठा सकते हैं |
आपके पास होम इंश्योरेंस होने पर ही इसका लाभ उठाया जा सकता है |
डाउन पेमेंट |
इससे डाउन पेमेंट पर कोई असर नहीं पड़ता |
इससे घर के डाउन पेमेंट को कम करने में मदद मिलती है |
संक्षेप में
होम इंश्योरेंस पॉलिसी आपको किसी भी ऐसी फाइनेंशियल हानि से सुरक्षा प्रदान करती है, जो घर के स्ट्रक्चर को पहुंचे नुकसान/क्षति या व्यक्तिगत सामान को हुए नुकसान की वजह से हुई हो. अगर लोन लेने वाला होम लोन का भुगतान नहीं कर पाता है, तो होम लोन इंश्योरेंस उसका भुगतान कर फाइनेंशियल संस्था/बैंक द्वारा घर को बेचे जाने से बचा लेता है. दोनों की शर्तें अलग-अलग और समान रूप से महत्वपूर्ण हैं. मुख्य बात यह है कि होम इंश्योरेंस कवरेज से फाइनेंशियल तनाव नहीं झेलना पड़ता है. जो व्यक्ति होम लोन लेने का प्लान कर रहे हैं, वे होम लोन इंश्योरेंस का विकल्प चुन सकते हैं.
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