सुबह के 9 बजे हैं और श्री केशव को काम पर जाने में पहले ही देर हो चुकी है. वे जल्दी-जल्दी अपना बैग पैक करते हैं और काम पर जाने के लिए निकलते हैं, लेकिन आज पब्लिक ट्रांसपोर्ट से जाने की बजाए वे अपनी बाइक पर जाते हैं. रास्ते में ट्रैफिक अधिकारी रुटीन चेक के लिए उन्हें रोक लेते हैं. उस समय श्री केशव को याद आता है कि वे अपने वाहन के डॉक्यूमेंट तो घर पर ही भूल आए हैं! मोटर व्हीकल एक्ट, 2019 में संशोधन के बाद विभिन्न ट्रैफिक कानूनों का उल्लंघन करने पर जुर्माना काफी हद तक बढ़ा दिया गया है. इस उदाहरण में श्री केशव को अपनी लापरवाही के चलते अपनी जेब से जुर्माने का भुगतान करना होगा. ट्रैफिक नियमों में यह कहा गया है कि हर मोटर वाहन मालिक के पास वाहन का रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (आरसी), पोल्यूशन अंडर कंट्रोल (पीयूसी) सर्टिफिकेट होना चाहिए, साथ ही होना चाहिए
मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी सर्टिफिकेट. लेकिन क्या आप जानते हैं कि आपको अब इन डॉक्यूमेंट की फिज़िकल कॉपी साथ रखने की ज़रूरत नहीं है? हममें से अधिकांश लोगों की जेब में अब स्मार्टफोन होता ही है. डिजिटल इंडिया पहल के साथ, कई कानूनों में संशोधन करके डॉक्यूमेंट की कागज़ी कॉपी साथ रखने की ज़रूरत खत्म कर दी गई है. सेंट्रल मोटर व्हीकल के नियम में भी हाल में संशोधन हुआ है, जिसके अनुसार व्यक्ति अपना आरसी, पीयूसी, और टू-व्हीलर /
कार इंश्योरेंस पॉलिसी डॉक्यूमेंट इलेक्ट्रॉनिक रूप में साथ रख सकता है. इसके लिए, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने दो मोबाइल एप्लीकेशन मंज़ूर किए हैं: DigiLocker और mParivahan. आपके डॉक्यूमेंट की डिजिटल कॉपी इनमें से किसी भी एप्लीकेशन में स्टोर की जा सकती है और ज़रूरत पड़ने पर ट्रैफिक अधिकारियों को दिखाई जा सकती है.
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DigiLocker
DigiLocker इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) मंत्रालय की एक पहल है, जो हमें प्रामाणिक डिजिटल डॉक्यूमेंट की एक्सेस देता है. इन्फॉर्मेशन टेक्नॉलजी (प्रेज़रवेशन एंड रिटेंशन ऑफ इन्फॉर्मेशन बाय इंटरमीडियरीज़ प्रोवाइडिंग डिजिटल लॉकर फेसिलिटीज़) नियम, 2016 के अनुसार, इन डॉक्यूमेंट की वैधता फिज़िकल डॉक्यूमेंट के बराबर होती है. आप मोबाइल और वेब, दोनों पर यह सुविधा एक्सेस कर सकते हैं. DigiLocker सुविधा से आप न केवल अपना रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट और ड्राइविंग लाइसेंस, बल्कि दूसरे कई डॉक्यूमेंट भी पा सकते हैं, जैसे ई-आधार और कई दूसरे डॉक्यूमेंट. साथ ही आप इसमें शिक्षा, बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर के तहत रजिस्टर्ड संस्थानों की ओर से जारी डॉक्यूमेंट भी स्टोर कर सकते हैं.
DigiLocker में डॉक्यूमेंट कैसे स्टोर करें?
यह प्रोसेस बेहद आसान है, आपको आधार से सत्यापन करके एप्लीकेशन में लॉग-इन करना है. इसके बाद रजिस्टर्ड डेटाबेस से डॉक्यूमेंट लाएं. इन डॉक्यूमेंट में आपका ड्राइविंग लाइसेंस और रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट शामिल हैं. मोटर इंश्योरेंस कंपनियों का DigiLocker से टाई-अप है, जिससे आप स्टोर कर सकते हैं अपने डिजिटल कार और
टू व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी डॉक्यूमेंट. यह एप्लीकेशन आपका पीयूसी स्टोर नहीं करती, यानि आपको उसकी फिज़िकल कॉपी ही साथ रखनी होगी.
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mParivahan
mParivahan एक एप्लीकेशन है, जो वाहन संबंधी डॉक्यूमेंट और ड्राइवर की जानकारी के पेपरलेस सत्यापन को आसान बनाने के लिए डिज़ाइन की गई है. यह एक आसान एप्लीकेशन है, जिसे आप अपने स्मार्टफोन में डाउनलोड कर सकते हैं. अपने वाहन की रजिस्ट्रेशन जानकारी डालें, जिसके बाद आप अपनी कार या टू-व्हीलर इंश्योरेंस पॉलिसी सहित ये मान्य डॉक्यूमेंट दिखा पाएंगे.
mParivahan में डॉक्यूमेंट कैसे स्टोर करें?
Google Play Store या iOS App Store ऐप डाउनलोड करें. वैसे तो इस ऐप में डॉक्यूमेंट देखने के लिए रजिस्टर करना ज़रूरी नहीं है, पर अगर आप फिज़िकल डॉक्यूमेंट के झंझट के बिना यात्रा करना चाहते हों तो रजिस्ट्रेशन काम आएगा. इसमें साइन-अप करने का प्रोसेस आसान है जिसमें आपको बस एक ओटीपी डालना होता है. साइन-अप कर लेने के बाद आप अकाउंट बनाकर वर्चुअल डॉक्यूमेंट, जैसे आपका लाइसेंस और वाहन रजिस्ट्रेशन आदि, स्टोर कर सकते हैं. ऐप में माय आरसी और माय डीएल सेक्शन में जाएं, अपने डॉक्यूमेंट जोड़ें और बिना किसी चिंता के यात्रा करें.
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वाहन डॉक्यूमेंट के लिए डिजिटल स्टोरेज
डिजिटल इंडिया पहल के साथ, कई कानूनों में संशोधन करके डॉक्यूमेंट की कागज़ी कॉपी साथ रखने की ज़रूरत खत्म कर दी गई है. केंद्रीय मोटर वाहन नियमों के नवीनतम संशोधन में यह भी देखा गया है, जिसमें यह निर्दिष्ट किया गया है कि आप अपने RC, PUC के साथ-साथ टू-व्हीलर/कार इंश्योरेंस पॉलिसी डॉक्यूमेंट इलेक्ट्रॉनिक रूप में ले जा सकते हैं. इसके लिए, केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने दो मोबाइल एप्लीकेशन मंज़ूर किए हैं: DigiLocker और mParivahan. आपके डॉक्यूमेंट की डिजिटल कॉपी इनमें से किसी भी एप्लीकेशन में स्टोर की जा सकती है और ज़रूरत पड़ने पर ट्रैफिक अधिकारियों को दिखाई जा सकती है.
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भारी-भरकम ट्रैफिक फाइन से बचने के लिए इन शानदार ऐप का लाभ ज़रूर-ज़रूर उठाएं. जैसे ऊपर वाले उदाहरण में, अगर श्री केशव ने दोनों में से किसी भी ऐप से अपने डॉक्यूमेंट, जिनमें टू-व्हीलर इंश्योरेंस सर्टिफिकेट शामिल है, दिखाए होते तो वे फाइन से बच जाते.
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