आपकी मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी यह सुनिश्चित करती है कि आपका वाहन चोरी/दुर्घटनाग्रस्त हो जाने पर आप फाइनेंशियल रूप से सुरक्षित रहें. व्यापक
मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी आपको इनके लिए कवर करती है:
- प्राकृतिक आपदाओं जैसे बिजली गिरने, भूकंप, बाढ़, चक्रवात, बवंडर, तूफान आदि से आपके वाहन को हुआ नुकसान/डैमेज.
- चोरी, दुर्घटना, दंगा, हड़ताल आदि दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं के कारण आपके वाहन को हुआ नुकसान या डैमेज.
- पर्सनल एक्सीडेंट (PA) कवर जिसमें मालिक-ड्राइवर के लिए फोर-व्हीलर के मामले में रु. 2 लाख और टू-व्हीलर के मामले में रु. 1 लाख का कवर शामिल है.
- थर्ड पार्टी (TP) कानूनी देयता, जो आपके वाहन से थर्ड पार्टी (लोगों/प्रॉपर्टी) को हुए डैमेज के कारण पैदा हो सकती है.
आप अपने मोटर इंश्योरेंस प्लान के साथ उपयुक्त ऐड-ऑन कवर चुनकर अपनी कम्प्रीहेंसिव मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के कवरेज को बढ़ा सकते हैं. अब आपके मन में शायद यह प्रश्न आएगा कि आम मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी की लागत क्या होती है? और, आपका मोटर इंश्योरेंस प्रीमियम किन-किन चीज़ों से तय होता है? आप हमारे
मोटर इंश्योरेंस कैलकुलेटर, का मुफ्त उपयोग करके अपनी मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के लगभग प्रीमियम की गणना कर सकते हैं. मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी का प्रीमियम इन चीज़ों से तय होता है:
- आपके वाहन की आईडीवी (इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू)
- डिडक्टिबल
- एनसीबी (नो क्लेम बोनस), अगर लागू हो
- आपके वाहन का लायबिलिटी प्रीमियम, जो हर साल अलग-अलग हो सकता है
- वाहन की क्यूबिक कैपेसिटी (सीसी)
- भौगोलिक क्षेत्र
- ऐड-ऑन कवर (वैकल्पिक)
- आपके वाहन में लगीं एक्सेसरीज़ (वैकल्पिक)
अब आइए
मोटर इंश्योरेंस में डिडक्टिबल. डिडक्टिबल वह राशि है जो आप क्लेम के समय अपनी जेब से चुकाते हैं. भारत में, दो प्रकार की डिडक्टिबल होती हैं:
- अनिवार्य कटौतियां – आईआरडीएआई (इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया) ने अनिवार्य डिडक्टिबल की न्यूनतम राशि तय की है जो आपको क्लेम के समय चुकानी होती है:
- प्राइवेट कार (1500 cc तक) - रु. 1000
- प्राइवेट कार (1500 cc से अधिक) - रु. 2000
- टू व्हीलर (cc चाहे जो हो) - रु. 100
अगर आपके वाहन के साथ क्लेम का जोखिम अधिक है तो आपकी इंश्योरेंस कंपनी अधिक अनिवार्य डिडक्टिबल ले सकती है.
- स्वैच्छिक डिडक्टिबल - यह वह राशि है जिसे आप अपनी मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदते/रिन्यू करते समय अतिरिक्त छूट पाने के बदले हर क्लेम के समय चुकाने पर सहमत होते हैं. यह राशि अनिवार्य डिडक्टिबल के अतिरिक्त होती है. जैसे, अगर आप अपनी प्राइवेट कार के लिए रु. 7500 की स्वैच्छिक डिडक्टिबल चुनते हैं तो आपको प्रीमियम में 30% की छूट मिलेगी, और छूट की मैक्सिमम लिमिट रु. 2000 है. इसी तरह, अगर आप अपने टू व्हीलर के लिए रु. 1000 की स्वैच्छिक डिडक्टिबल चुनते हैं, तो आपको प्रीमियम पर 20% की छूट मिलेगी, जिसकी मैक्सिमम लिमिट रु. 125 है.
अब आप सोच रहे होंगे कि अधिक डिडक्टिबल वाला इंश्योरेंस प्लान चुनें या कम डिडक्टिबल वाला प्लान चुनें. लेकिन आप चिंता न करें! इसमें हम आपकी मदद करेंगे. आप अनिवार्य डिडक्टिबल के लिए तो कुछ नहीं कर सकते, लेकिन आप स्वैच्छिक डिडक्टिबल चुनने में समझदारी बरत सकते हैं. आपको स्वैच्छिक डिडक्टिबल की उपयुक्त राशि चुननी चाहिए, ताकि आप प्रीमियम पर बेहतर छूट पा सकें और साथ ही साथ मोटर इंश्योरेंस क्लेम फाइल करते समय अपनी जेब से होने वाले खर्चों को घटा सकें. हम सुझाव देते हैं कि आपको केवल प्रीमियम पर छूट पाने की इच्छा से ही डिडक्टिबल नहीं चुनना चाहिए, क्योंकि हो सकता है कि जब आप अपने डैमेज हुए वाहन को मरम्मत के लिए ले जाएं और अपनी मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी पर मरम्मत के लिए क्लेम करें, तो आपको अपनी सोच से अधिक खर्चा करना पड़ जाए. हमें आशा है कि अब आप अपनी मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी में डिडक्टिबल के बारे में सब कुछ जान गए होंगे. अगर अब भी आपको कुछ पूछना हो, तो कृपया नीचे कमेंट लिखें. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि आपके सभी प्रश्नों का जल्द से जल्द उत्तर दिया जाए. हमारी वेबसाइट, बजाज आलियांज़
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process you don’t need to bear the complete cost of repairs but, you will be required to pay the deductibles of your motor insurance policy. The compulsory deductible as well as voluntary deductibles will have to be paid by you for every