नो यॉर कस्टमर (केवायसी) एक ऐसी प्रोसेस है, जो कस्टमर की पहचान सत्यापित करने में मदद करती है. इंश्योरेंस इंडस्ट्री में केवायसी महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि इससे धोखाधड़ी की रोकथाम में मदद मिलती है और नियमों का पालन सुनिश्चित होता है. इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईआरडीएआई) ने कार इंश्योरेंस में केवायसी के संबंध में हाल ही में नए नियम लागू किए हैं. आईआरडीएआई के दिशानिर्देशों के अनुसार, इंश्योरेंस कंपनियों को कस्टमर को
कार इंश्योरेंस सहित किसी भी प्रकार की जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी जारी करने से पहले केवायसी प्रोसीज़र का पालन अनिवार्य रूप से करना होगा.
कार इंश्योरेंस में केवायसी आवश्यकताओं को समझें
आईआरडीएआई ने कहा है कि केवायसी प्रोसेस इलेक्ट्रॉनिक माध्यमों, जैसे आधार-आधारित प्रमाणीकरण, वीडियो केवायसी, या अन्य इलेक्ट्रॉनिक विधियों के साथ-साथ ऑफलाइन माध्यमों से भी पूरी की जा सकती है. # केवायसी मानदंड व्यक्तियों और/या न्यायिक व्यक्तियों/संस्थाओं के लिए अलग-अलग हो सकते हैं. आइए, दोनों के केवायसी मानदंडों के बारे में जानें:
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व्यक्तियों के लिए केवायसी मानदंड
व्यक्तियों के लिए केवायसी मानदंड यह सुनिश्चित करने के लिए लागू किए गए हैं कि
कार इंश्योरेंस पॉलिसी सही व्यक्ति को जारी हो और धोखाधड़ी की रोकथाम हो. कार इंश्योरेंस में व्यक्तियों के लिए केवायसी मानदंड इस प्रकार हैं:
- व्यक्ति का नाम: व्यक्ति को अपना पूरा नाम देना होगा, जो उसके आइडेंटिटी प्रूफ डॉक्यूमेंट में लिखे नाम से मेल खाना चाहिए.
- एड्रेस प्रूफ: व्यक्ति को कोई मान्य एड्रेस प्रूफ देना होगा, जैसे यूटिलिटी बिल, बैंक स्टेटमेंट या आधार कार्ड.
- आइडेंटिटी प्रूफ: व्यक्ति को कोई मान्य आइडेंटिटी प्रूफ देना होगा, जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट या वोटर आईडी.
- संपर्क जानकारी: व्यक्ति को अपनी संपर्क जानकारी, जैसे फोन नंबर और ईमेल एड्रेस देनी होगी.
- फोटो: व्यक्ति को केवायसी प्रोसेस के लिए पासपोर्ट साइज़ फोटो देनी होगी.
- अन्य डॉक्यूमेंट: इंश्योरेंस कंपनी को केवायसी के लिए अन्य डॉक्यूमेंट की भी ज़रूरत पड़ सकती है, जैसे इनकम प्रूफ या बिज़नेस का प्रूफ.
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न्यायिक संस्थाओं/व्यक्तियों के लिए केवायसी मानदंड
कार इंश्योरेंस में न्यायिक संस्थाओं/व्यक्तियों के लिए केवायासी मानदंड इस प्रकार हैं:
- न्यायिक संस्था/व्यक्ति का नाम: संस्था/व्यक्ति का नाम देना होगा, जिसे डॉक्यूमेंट में लिखे नाम से मेल खाना चाहिए.
- लीगल सर्टिफिकेट: न्यायिक स्थिति को सत्यापित करने वाला लीगल सर्टिफिकेट केवायसी फॉर्म के साथ देना होगा.
- एड्रेस प्रूफ: व्यक्ति/संस्था के एड्रेस को सत्यापित करने वाला मान्य एड्रेस प्रूफ देना होगा.
- अन्य डॉक्यूमेंट: इंश्योरेंस कंपनी को केवायसी के लिए अन्य डॉक्यूमेंट की भी ज़रूरत पड़ सकती है, जैसे इनकम प्रूफ या बिज़नेस का प्रूफ.
कृपया ध्यान दें कि सभी प्रकार की जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए केवायसी मानदंडों का पालन आवश्यक है. इसलिए, आप चाहे
थर्ड पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी खरीद रहे हों या कम्प्रीहेंसिव पॉलिसी, केवायसी मानदंडों का पालन आवश्यक है. #
आईआरडीएआई द्वारा स्वीकृत केवायसी प्रोसीज़र
इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईआरडीएआई) ने कस्टमर की आसानी और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए डिजिटल केवायसी प्रोसेस का उपयोग अनिवार्य कर दिया है. आईआरडीएआई द्वारा स्वीकृत केवायसी विधियां इस प्रकार हैं, जो तब लागू होंगी, जब आप लेंगे
व्हीकल इंश्योरेंस :
- आधार-आधारित ई-केवायसी: इस विधि में केवायसी के लिए आधार कार्ड का उपयोग किया जाता है. कस्टमर केवायसी प्रोसेस पूरी करने के लिए अपना आधार नंबर और बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण दे सकते हैं.
- पैन आधारित केवायसी: इस विधि में केवायसी के लिए कस्टमर के पर्मानेंट अकाउंट नंबर (पैन) का उपयोग होता है. कस्टमर को आइडेंटिटी प्रूफ के रूप में अपने पैन कार्ड की स्व-प्रमाणित कॉपी के साथ अपने पैन कार्ड की जानकारी देनी होगी. साथ ही, उसे कोई मान्य एड्रेस प्रूफ डॉक्यूमेंट भी देना होगा, जैसे पासपोर्ट, वोटर आईडी, यूटिलिटी यूटिलिटी बिल, आदि. आईआरडीएआई ने ऑनलाइन और ऑफलाइन, दोनों तरह की पॉलिसी के लिए इस विधि को स्वीकृति दी है
- वीडियो केवायसी: इस विधि में कस्टमर इंश्योरेंस कंपनी के साथ वीडियो कॉल के ज़रिए अपनी केवायसी जानकारी देते हैं. वीडियो केवायसी प्रोसेस पूरी करने के लिए कस्टमर के पास कैमरे और इंटरनेट कनेक्शन वाला डिवाइस होना चाहिए.
- ऑफलाइन केवायसी: इस विधि में केवायसी के लिए डॉक्यूमेंट की कागज़ी कॉपी सबमिट की जाती हैं. कस्टमर को केवायसी फॉर्म के साथ अपने आइडेंटिटी प्रूफ और एड्रेस प्रूफ की कॉपी देनी होती है.
- ओटीपी-आधारित ई-केवायसी: इस विधि में केवायसी के लिए कस्टमर के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर भेजे गए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) का उपयोग होता है. प्रोसेस पूरी करने के लिए कस्टमर को केवायसी फॉर्म में ओटीपी दर्ज करना होगा.
कस्टमर के लिए ज़रूरी है कि वे अपनी इंश्योरेंस कंपनी से स्वीकृत केवायसी विधियों के बारे में पूछें और आईआरडीएआई द्वारा जारी मानदंडों के अनुसार ही केवायसी प्रोसेस पूरी करें. यह थर्ड पार्टी या कम्प्रीहेंसिव इंश्योरेंस पॉलिसी की प्रामाणिकता सुनिश्चित करने और क्लेम की आसान प्रोसेसिंग में मदद करता है.
व्यक्तियों की केवायसी के लिए ज़रूरी डॉक्यूमेंट
कार इंश्योरेंस की केवायसी प्रोसेस पूरी करने के लिए व्यक्तियों को कुछ डॉक्यूमेंट देने होते हैं. ऐसे कुछ डॉक्यूमेंट हैं:
- आइडेंटिटी प्रूफ: आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट, वोटर आईडी
- एड्रेस प्रूफ: यूटिलिटी बिल, बैंक स्टेटमेंट, रेंटल एग्रीमेंट
- फोटो
- इंश्योरेंस कंपनी द्वारा मांगे गए अन्य डॉक्यूमेंट
संक्षेप में
कार इंश्योरेंस में केवायसी से संबंधित आईआरडीएआई के नए नियमों का उद्देश्य इंश्योरेंस इंडस्ट्री की पारदर्शिता और अखंडता को और बेहतर बनाना है. केवायसी प्रोसेस पूरी करके कस्टमर यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनकी पॉलिसी असली है और उनके क्लेम आसानी से प्रोसेस हो जाएंगे. केवायसी आवश्यकताओं का पालन करने से कस्टमर को मन की शांति मिलती है, क्योंकि उन्हें पता होता है कि उनकी
कार इंश्योरेंस पॉलिसी मान्य है और किसी भी अप्रत्याशित घटना के मामले में उन्हें सुरक्षा दे सकती है.
*मानक नियम व शर्तें लागू.
बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियम और शर्तों के बारे में अधिक जानकारी के लिए, कृपया इंश्योरेंस खरीदने से पहले सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से पढ़ें.
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