कोविड-19 महामारी ने हमारी खर्च करने की आदत को सीमित कर दिया है. यह हमारे जीवन के लगभग हर पहलू पर लागू होता है. जिन चीज़ों की हमें तुरंत आवश्यकता नहीं है, उन्हें हम भविष्य के लिए टाल रहे हैं. इसके अलावा, हमारी खर्च की आदतें अब लग्ज़री पर आधारित न होकर केवल आवश्यक चीज़ें खरीदने पर आधारित हो गई है. ऐसे में
मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी पर किया गया खर्च आवश्यक खर्च हो जाता है और इसे छोड़ा नहीं जा सकता. अगर आप बहुत कम गाड़ी चलाते हैं, तो आपको मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी अतिरिक्त खर्च लग सकती है. लेकिन चोरी होना और आग लगना, ऐसे खतरे हैं, जो घर पर वाहन के होने पर भी हो सकते हैं. ऐसी अचानक होने वाली घटनाओं से सुरक्षा पाने के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी का होना आवश्यक है.
उपयोग-आधारित इंश्योरेंस क्या है?
उपयोग-आधारित इंश्योरेंस या यूबीआई एक प्रकार का कम अवधि वाला कार इंश्योरेंस है, जिसमें पॉलिसी के लिए दिया जाने वाला प्रीमियम सीधे इंश्योर्ड वाहन/प्रॉडक्ट के उपयोग से जुड़ा है. इसे टेलीमैटिक्स इंश्योरेंस के नाम से भी जाना जाता है, और इसे रेगुलेटरी सैंडबॉक्स स्कीम के तहत शुरू किया गया है.
टेलीमैटिक्स क्या है?
टेलीमैटिक्स में टेलीकम्युनिकेशन और इन्फॉर्मेटिक्स, दोनों सुविधाएं शामिल हैं - इसका इस्तेमाल ड्राइविंग से संबंधित डेटा को ट्रैक करने के लिए किया जाता है, जिसमें उस जानकारी का स्टोरेज और ट्रांसफर शामिल है. ऑटो इंश्योरेंस इंडस्ट्री में, ड्राइविंग व्यवहार की समझ प्राप्त करने और उपयुक्त वाहन इंश्योरेंस दर का पता लगाने के लिए यह डेटा आवश्यक है. विकसित देशों में उपयोग-आधारित इंश्योरेंस व्यापक रूप से फैला हुआ है, लेकिन अब भारत में भी पेश किया गया है. रिपोर्ट के अनुसार, इंश्योरेंस रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (आईआरडीएआई) उपयोग आधारित मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी के विचार का समर्थन करता है. बजाज आलियांज़
जनरल इंश्योरेंस ने यूज़र की आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए ऐसे प्लान शुरू किए हैं.
उपयोग-आधारित कार इंश्योरेंस पॉलिसी कैसे काम करती है?
जब आप इस तरह की पॉलिसी खरीदते हैं, तो आपको पहले से निर्धारित किलोमीटरों की संख्या के आधार पर मोटर इंश्योरेंस के प्रीमियम का भुगतान करना होता है. अगर आप पहले से निर्धारित दूरी या किलोमीटर की संख्या से अधिक वाहन चलाते हैं, तो आप अतिरिक्त किलोमीटर के लिए इसका रिन्यूअल कर सकते हैं. ध्यान दें कि, आपके द्वारा उपयोग-आधारित प्लान लेने पर अगर आप आपके वाहन के इस्तेमाल में वृद्धि होती है, तो आपको बार-बार टॉप-अप करने की आवश्यकता होगी.
उपयोग-आधारित कार इंश्योरेंस के क्या लाभ हैं?
कम अवधि होने के कारण
कार इंश्योरेंस, के लाभ निम्न हैं-
कम प्रीमियम: क्योंकि यह पॉलिसी निर्धारित किलोमीटर संख्या के लिए मान्य होती है, इसलिए इसका प्रीमियम, ओन-डैमेज कवर के साथ स्टैंडर्ड प्लान से कम होगा. सतर्कता के साथ वाहन चलाने वाले ड्राइवर इस प्रकार की इंश्योरेंस पॉलिसी का उपयोग करके बहुत बचत कर सकते हैं. इसके अलावा, अपने वाहनों का कभी-कभार उपयोग करने वाले लोग इसके ज़रिए नियामक मानदंडों का पालन करने के साथ-साथ कम प्रीमियम का लाभ भी उठा सकते हैं.
सड़क पर बेहतर सुरक्षा: टेलीमैटिक्स ऐसे डिवाइस का उपयोग करता है, जो ड्राइविंग करने की आदत को ट्रैक करने में मदद करते हैं. आपकी पॉलिसी के तहत इन डिवाइस का इंस्टॉलेशन किया जाता है और इससे इंश्योर्ड व्यक्ति के साथ-साथ इंश्योरेंस कंपनी को भी ड्राइविंग की आदत की मॉनीटरिंग करने में मदद मिल सकती है. इन मॉनिटरिंग टूल्स के उपयोग से, आपको और अन्य कारों को सड़क पर अधिक सुरक्षित रहने में मदद मिल सकती है. इसके अलावा, इस डेटा का उपयोग करके, इंश्योरेंस कंपनी आपको ऐसे बेहतर प्लान का सुझाव दे सकती है, जिनमें आपको उपयोग के आधार पर कम्प्रीहेंसिव कवर मिलता है.
अतिरिक्त विशेषता: उपयोग-आधारित मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी को आवश्यक ऐड-ऑन के साथ बढ़ाया जा सकता है. अतिरिक्त कवरेज विकल्पों का उपयोग करके, पॉलिसीधारक अपने वाहन के लिए पूरी सुरक्षा सुनिश्चित कर सकता है. अंत में, इंश्योरेंस इंडस्ट्री में उपयोग-आधारित मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी एक बड़ी पहल है. यह आपके मोटर वाहन के उपयोग के आधार पर कम्प्रीहेंसिव इंश्योरेंस कवर की सुविधा बनाए रखने के साथ-साथ खरीदारों को किफायती विकल्प भी प्रदान करती है.
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