बाइक पर यात्रा करना वास्तव में कार में यात्रा करने से अधिक सुविधाजनक है, लेकिन यह भी सच है कि भारत में अधिकांश सड़क दुर्घटनाएं टू-व्हीलर से ही होती हैं. इसलिए ज़रूरी है कि खरीदा जाए एक कम्प्रीहेंसिव
2 व्हीलर इंश्योरेंस . यह न केवल दुर्घटना के कारण होने वाले नुकसान से आपकी बाइक की सुरक्षा करेगा, बल्कि अगर आपकी बाइक चोरी हो जाती है, तो क्षतिपूर्ति भी प्रदान करेगा.
टू-व्हीलर मालिक के लिए 11 रोड सेफ्टी टिप्स
- हमेशा दूसरे वाहनों से सुरक्षित दूरी बनाए रखें. सड़क पर वाहनों को ओवरटेक करते समय भी इसका पालन करें. अगर जगह नहीं है, तो ओवरटेक करने की कोशिश न करें. इससे आप टकराने से बच सकते हैं.
- सभी का पालन करें ट्रैफिक नियम. सुनिश्चित करें कि आप अचानक ब्रेक न लगाएं या अचानक ना मुड़ें. हमेशा पहले सिग्नल दें, ताकि आपके आस-पास के अन्य राइडर जान सकें कि आप क्या करने वाले हैं.
- ध्यान रखें कि आपके ब्रेक लगाते ही एकदम से आपकी बाइक नहीं रुकती है. बाइक के रुकने की दूरी, बाइक की गति के साथ बढ़ जाती है, इसलिए गति के अनुसार ही ब्रेक लगाएं.
- कभी भी बिना हेलमेट पहने बाइक न चलाएं. आप केवल इसलिए हेलमेट न पहनें कि हेलमेट न पहनने पर पुलिस द्वारा जुर्माना लगाया जाएगा, बल्कि इसलिए पहनें कि आपकी सुरक्षा होगी. सिर की चोटें जानलेवा हो सकती हैं. आप हेलमेट न पहनकर अपने जीवन को खतरे में नहीं डालना चाहेंगे! इसके अलावा, अगर आप हेलमेट खरीद रहे हैं, तो ऐसे हेलमेट का विकल्प चुनें, जो आपके जबड़े को ढकता हो. यह और भी बेहतर होगा कि आप एक ऐसा हेलमेट खरीदें, जिसमें धूल, बरसात, कीड़े, हवा आदि से आपकी आंखों को सुरक्षित रखने के लिए फेस शील्ड भी हो. आपके पास पीछे बैठने वाले राइडर के लिए अतिरिक्त हेलमेट भी होना चाहिए, क्योंकि उनकी सुरक्षा की ज़िम्मेदारी पूरी तरह आपकी है और आप इसमें कोई जोखिम उठाना नहीं चाहेंगे. याद रखें कि दुर्घटना कहीं भी हो सकती है, फिर चाहे आप कितनी ही ज़िम्मेदारी से वाहन चलाएं. इसलिए, हमेशा सुरक्षित रहें और खुद को किसी भी स्थिति के लिए तैयार रखें.
- अपनी आंखें हमेशा सड़क पर बनाए रखें और बाधाओं, जैसे -स्पीड ब्रेकर, गड्ढे, तेल रिसाव, जेब्रा क्रॉसिंग आदि से सावधान रहें.
- जब आप ट्रैफिक लाइट को नारंगी देखें, तो वाहन को धीमा कर लें, और खास तौर पर रेड लाइट पर अपने टू-व्हीलर को न चलाएं, क्योंकि वाहन किसी भी दिशा से आ सकते हैं, जिनसे दुर्घटना हो सकती है. इसके अलावा, रात में लोग सोचते हैं कि सड़कें खाली हैं, तो वाहन को अधिक तेज़ी से चलाते हैं. कभी ऐसा न करें.
- पैदल चलने वालों को रास्ता दें.
- खास तौर पर पुल, जंक्शन, पैदल पार-पथ, स्कूल ज़ोन और पीली लाइनों के साथ चिह्नित किए गए स्थानों पर ओवरटेक करने से बचें. इसके अलावा, बाईं ओर से ओवरटेक करने से बचें.
- बाइक चलाते समय कभी भी फोन न उठाएं और मैसेज का भी जवाब न दें. अगर फोन या मैसेज आवश्यक है, तो आप अपने वाहन को कहीं रोक कर फोन या मैसेज का जवाब दे सकते हैं.
- यह बेहद ज़रूरी है कि आप सड़क पर चलते समय आसानी से दिखाई दें. रिफ्लेक्टिव बैंड खरीदें और उन्हें अपने हेलमेट पर चिपकाएं या एक चमकने वाला हेलमेट खरीदें. इसी प्रकार के बैंड को अपनी बाइक की साइड में और अपनी बाइक के पीछे भी चिपकाएं. अगर आप इन बैंड का इस्तेमाल नहीं करते हैं, तो अंधेरे में आपके टू-व्हीलर को देख पाना मुश्किल होगा, जिससे सड़क दुर्घटना हो सकती हैं.
- आपकी बाइक एक कीमती चीज़ है, इसलिए आपको इसकी देखभाल करते रहना चाहिए. हर लंबी राइड के बाद अपनी बाइक को चेक करें. नियमित रूप से इसकी सर्विस कराएं, एयर प्रेशर और टायर की स्थिति को जांचते रहें, साथ ही क्लच, ब्रेक, लाइट, सस्पेंशन आदि की निगरानी करते रहें. अगर आपकी बाइक पूरी तरह से ठीक है, तो इससे दुर्घटना का जोखिम कम हो जाता है और फ्यूल भी कम खर्च होता है.
उपरोक्त सुझावों का पालन सभी बाइक मालिकों द्वारा सुरक्षित रहने के लिए अवश्य ही किया जाना चाहिए. एक और ध्यान रखने लायक बात है
बाइक इंश्योरेंस रिन्यूअल . अगर आप समाप्त हो चुकी पॉलिसी के साथ बाइक चलाते हैं, तो आप कानून का उल्लंघन करते हैं. इसके अनुसार बेसिक थर्ड-पार्टी इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना भी अनिवार्य है
मोटर वाहन अधिनियम, 1988. यह आवश्यक है कि आप अपनी ज़रूरतों के अनुसार प्रत्येक पॉलिसी को देखें, तुलना करें और मूल्यांकन करें
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