हम सभी हमारे वाहनों को साफ और चमकदार बनाए रखने की कोशिश करते हैं. आखिरकार, चमचमाती कार या बाइक किसे नहीं पसंद, है न! लेकिन, अपनी बाइक या कार को लंबे समय तक नई बनाए रखना नामुमकिन है. आप चाहे जितनी सावधानी बरतें, आपकी नई कार या बाइक को कभी-न-कभी मामूली खरोंचें या डेंट लगेंगे ही लगेंगे. और अगर गलती आपकी न हो तो खीझ होना स्वाभाविक है. खैर, आप परिस्थितियों को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, लेकिन आप कार या बाइक इंश्योरेंस खरीद सकते हैं. इंश्योरेंस से आपको आपकी बाइक या कार को हुए नुकसान की वसूली में मदद मिल सकती है. हालांकि, यहां यह प्रश्न उठता है कि: क्या बाइक पर आई खरोंचों के लिए इंश्योरेंस क्लेम किया जा सकता है? इससे भी ऊपर यह कि क्या आपकी बाइक की कुछ मामूली खरोंचों के लिए इंश्योरेंस क्लेम करना समझदारी होगी? आइए इन सवालों के जवाब पाएं!
क्या बाइक पर खरोंच के लिए इंश्योरेंस क्लेम किया जा सकता है?
कम्प्रीहेंसिव पॉलिसी के साथ, अपनी बाइक पर खरोंच के लिए क्लेम करना संभव है. हालांकि, यह हमेशा सही निर्णय नहीं होता है. इसके कारण ये रहे:
1.Deductible:
प्रत्येक इंश्योरेंस पॉलिसी में डिडक्टिबल होता है, यह वह राशि है जिसका भुगतान आपको इंश्योरेंस कवरेज शुरू होने से पहले करना होता है. अगर स्क्रैच की मरम्मत की लागत डिडक्टिबल से कम है, तो क्लेम फाइल करना फाइनेंशियल समझदारी नहीं होगी, क्योंकि आपको वैसे भी मरम्मत के लिए भुगतान करना पड़ेगा.
2.नो क्लेम बोनस (एनसीबी):
इंश्योरेंस कंपनियां नो-क्लेम बोनस प्रदान करती हैं, जो आपके प्रीमियम पर डिस्काउंट है जो हर क्लेम-फ्री वर्ष के साथ बढ़ता है. मामूली स्क्रैच के लिए क्लेम फाइल करने से आपका एनसीबी शून्य हो सकता है, जो लंबी अवधि में संभावित बचत को कम कर देगा. मामूली नुकसान के लिए क्लेम फाइल करने से पहले अपने एनसीबी पर होने वाले प्रभाव पर विचार करना महत्वपूर्ण है.
3.ज़्यादा प्रीमियम:
भले ही क्लेम से आपके एनसीबी पर असर न पड़े, लेकिन इंश्योरेंस कंपनियां बार-बार किए जाने वाले क्लेम को प्रतिकूल रूप से देख सकती हैं और आपका प्रीमियम बढ़ा सकती हैं. इसका मतलब है कि अगर आप अपना एनसीबी नहीं गंवाते हैं, तो भी अगर आप मामूली नुकसान के लिए बार-बार क्लेम करते हैं, तो आपको लंबे समय में इंश्योरेंस के लिए अधिक भुगतान करना पड़ सकता है. नोट: मौजूदा कंटेंट को ऊपर बताए गए नए कंटेंट से बदलें
तो, आपको क्लेम कब करना चाहिए?
अब जब हमने संभावित नकारात्मक पहलुओं की जानकारी दे दी है, तो आइए, उन स्थितियों पर नज़र डालते हैं, जहां क्लेम उचित हो सकता है:
बड़े स्क्रैच:
गहरे स्क्रैच, जो बाइक की स्ट्रक्चरल ढांचा को खतरे में डालते हैं या नीचे लगी धातु दिखाई देने लगती है, तो उससे ज़ंग लग सकता है. ऐसे मामलों में, मरम्मत की लागत डिडक्टिबल से अधिक हो सकती है, जिससे क्लेम करना सही हो सकता है.
कई स्क्रैच:
अगर आपकी बाइक पर बहुत सारे स्क्रैच हैं, तो क्लेम करना फायदेमंद हो सकता है, विशेष रूप से अगर मरम्मत की कुल लागत अधिक है.
तोड़-फोड़:
अगर स्क्रैच तोड़-फोड़ के कारण लगे हैं, तो क्लेम फाइल करने से मरम्मत की लागत में मदद मिल सकती है. स्क्रैच लगी बाइक खराब दिख सकती है और इंश्योरेंस क्लेम का स्मार्ट तरीका इस फाइनेंशियल परेशानी से बचा सकता है. अपनी पॉलिसी को समझकर, लागत का आकलन करके और विकल्पों की खोज करके, आप अपनी बाइक को आकर्षक बनाए रख सकते हैं और अपने वॉलेट के बोझ को कम कर सकते हैं. याद रखें, कुछ छोटे-मोटे स्क्रैच वाली अच्छी तरह से मेंटेन की गई बाइक आपके राइडिंग एडवेंचर को भी दर्शाती है.
बाइक की मामूली खरोंच के लिए इंश्योरेंस क्लेम न करने के क्या लाभ हैं?
पहली बार सोचने में शायद यह थोड़ा अजीब लगेगा, लेकिन अगर आप अपनी बाइक के मामूली डैमेज के लिए इंश्योरेंस क्लेम नहीं करते हैं, तो लंबे समय में इससे आप को ही लाभ होगा. आप पूछेंगे, कैसे? इसके आपको मिलने वाले कुछ लाभ इस प्रकार हैं:
नो क्लेम बोनस
अगर आपको पता नहीं है कि
बाइक इंश्योरेंस में एनसीबी क्या है तो जान लें कि यह एक छूट है, जो आपको पिछले वर्ष इंश्योरेंस क्लेम नहीं करने पर अपनी पॉलिसी रिन्यू करते समय मिलती है. और इस बोनस की राशि हर क्लेम-फ्री वर्ष के बाद बढ़ती जाती है. नीचे दी गई टेबल देखें:
क्लेम मुक्त वर्षों की संख्या |
एनसीबी छूट |
1 वर्ष |
20% |
2 लगातार क्लेम-फ्री वर्ष |
25% |
3 लगातार क्लेम-फ्री वर्ष |
35% |
4 लगातार क्लेम-फ्री वर्ष |
45% |
5 लगातार क्लेम-फ्री वर्ष |
50% |
इसलिए, अगर आप जहां संभव हो, वहां अपने इंश्योरेंस को क्लेम करने से बचेंगे (तब नहीं, जब डैमेज की राशि ज़्यादा हो), तो इससे आप को ही लाभ होगा. जब भी आप अपना इंश्योरेंस क्लेम करते हैं, तो एनसीबी रीसेट होकर ज़ीरो हो जाता है.
कम प्रीमियम
आपको यह भी जानना चाहिए कि
इंश्योरेंस प्रीमियम क्या है. बाइक को मामूली डैमेज होने पर इंश्योरेंस क्लेम नहीं करने पर आप प्रीमियम की राशि को कम कर सकते हैं. जब भी आप अपनी बाइक के डैमेज के लिए क्लेम करते हैं, तो प्रीमियम बढ़ जाती है. यह आपको जेब से ही भरना पड़ता है.
क्या कोई निर्धारित राशि है, जिसके ऊपर मुझे इंश्योरेंस क्लेम करना चाहिए?
पहले किसी को नहीं पता होता है कि नुकसान लागत कितनी होगी, इसलिए आवश्यक गणना कर लें इससे पहले कि आप करें
अपने बाइक इंश्योरेंस के लिए क्लेम. मोटा-मोटा नियम यह है कि अगर कार के दो पैनलों की मरम्मत करवानी है या नुकसान की कुल राशि रु. 6000 से ज़्यादा है तो इंश्योरेंस क्लेम करना ही बेहतर है. यहां कुछ आसान उदाहरण दिए गए हैं:
- डैमेज: एक बॉडी पैनल
अगर आप खुद मरम्मत कराते हैं: रु. 5000, अगर आप इंश्योरेंस क्लेम करते हैं: रु. 5800 (फाइलिंग शुल्क सहित)
सॉल्यूशन: क्लेम बचाकर रखें!
- डैमेज: थ्री-बॉडी पैनल्स
अगर आप खुद मरम्मत कराते हैं: लगभग रु. 15000, अगर आप इंश्योरेंस क्लेम करते हैं: लगभग रु. 7000 (फाइलिंग शुल्क सहित)
सॉल्यूशन: क्लेम! ये खर्च की तुलना के कुछ आसान उदाहरण थे. फैसला करने से पहले आपको इन खर्चों का हिसाब लगाना होगा. ये लागत इस आधार पर अलग-अलग होंगी
वाहन का प्रकार आप इसके लिए इंश्योरेंस क्लेम कर रहे हैं. इसलिए कैलकुलेशन में सावधानी बरतें!
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
क्या स्क्रैच और डेंट इंश्योरेंस लेने लायक है?
यह इस बात पर निर्भर है कि खुद मरम्मत कराने पर होने वाले खर्च और इंश्योरेंस कंपनी द्वारा चुकाई जाने वाली राशि के बीच कितना अंतर है. अगर यह आपके द्वारा भुगतान की जा रही राशि से कम है, तो इंश्योरेंस क्लेम करने में समझदारी है, वरना नहीं.
खरोंच के क्लेम से इंश्योरेंस प्रीमियम कितना बढ़ता है?
अगर आप अपनी बाइक की खरोंच के लिए इंश्योरेंस क्लेम करते हैं, तो आपका इंश्योरेंस रेट लगभग 38% या ज़्यादा बढ़ जाएगा, जो बाइक को पहले हुए डैमेज पर निर्भर है.
*मानक नियम व शर्तें लागू
बीमा आग्रह की विषयवस्तु है. लाभों, शामिल न की गई चीज़ों, सीमाओं, नियमों और शर्तों के बारे में और जानकारी के लिए, खरीद पूरी करने से पहले कृपया सेल्स ब्रोशर/पॉलिसी शब्दावली को ध्यान से पढ़ें.
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