ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान होने के बहुत से लाभ हैं. ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान निम्नलिखित चीज़ें कवर करते हैं:
- अप्रत्याशित परिस्थितियों से जुड़े मेडिकल खर्च, जैसे- दुर्घटना या अचानक बीमार होना.
- फ्लाइट, होटल और यात्रा के बीच ठहरने वाले अन्य स्थानों की बुकिंग कैंसल होने पर.
- सामान खो जाने या सामान को नुकसान पहुंचने पर.
- किन्हीं कारणों से तुरंत कैश की आवश्यकता होने पर.
लेकिन, अगर आपको पहले से मौजूद बीमारियां हैं, तो आप खुद को मिलने वाली सुविधाओं में बदलाव कर सकते हैं, भले ही आप
ट्रैवल इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदें.
ट्रैवल इंश्योरेंस को कौनसी मेडिकल कंडीशन्स प्रभावित करती हैं?
पहले से मौजूद मेडिकल स्थितियों में बीमारियां, रोग या स्वास्थ्य से जुड़े ऐसे जोखिम शामिल होते हैं, जो जल्द ही मेडिकल एमरज़ेंसी की वजह बन सकते हैं. आमतौर पर, निम्नलिखित परिस्थितियों को पहले से मौजूद मेडिकल स्थितियां माना जाता है:
- कैंसर, एचआईवी, एड्स आदि जैसी लाइलाज बीमारियां.
- हाल ही में हुआ ऑर्गन ट्रांसप्लांट या सर्जरी.
- ऐसी मेडिकल समस्याएं, जिनके लिए जल्द ही हॉस्पिटलाइज़ेशन या सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है.
- ऐसी मेडिकल स्थितियां, जिनमें नियमित रूप से किसी विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाने की आवश्यकता हो.
यह समझना महत्वपूर्ण है कि कौन सी मेडिकल स्थितियां ट्रैवल इंश्योरेंस को प्रभावित करती हैं. पहले से मौजूद मेडिकल स्थिति किसी भी प्रकार की हो सकती है - जिसके बारे में आपको पता हो, जिसके बारे में आपको पता न हो, जिसके लिए आप ट्रीटमेंट करा चुके हों, या जिसके लिए आप सर्जरी या ट्रीटमेंट कराने की योजना बना रहे हों. आपका इंश्योरर ट्रैवल के दौरान इस तरह की एमरज़ेंसी में वृद्धि होने की संभावनाओं, मेडिकल खर्च में होने वाली बढ़ोत्तरी और आपके ग्रुप या आपके परिवार को यात्रा के दौरान होने वाली असुविधा से संबंधित जोखिमों को समझने की कोशिश करता है.
क्या आपको पहले से मौजूद मेडिकल स्थिति के बारे में अपने इंश्योरर को सूचना देनी चाहिए?
इसका छोटा सा जवाब है - हां, आपको अपनी मौजूदा मेडिकल स्थिति के बारे में अपने इंश्योरर को सूचना देनी चाहिए. उन्हें सूचित करना क्यों आवश्यक है, ये समझने के लिए एक छोटा सा उदाहरण दिया गया है:
हाल ही में पूजा को बैंकर के रूप में काम करते हुए एक वर्ष हो गया. उसने अपने माता-पिता को पेरिस की यात्रा पर ले जाने के लिए अच्छी-खासी बचत की थी, क्योंकि ये उसका बचपन का सपना था. उसने टिकट बुक किए और अपने परिवार के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस भी खरीदा. दुर्भाग्यवश, यात्रा के दौरान उसके पिता को एक दौरा पड़ा और उन्हें हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा. वो किसी तरह ठीक हो गए, लेकिन इस घटना ने यात्रा से जुड़े खर्चों में बढ़ोत्तरी करने के साथ-साथ परिवार वालों की चिंता भी बढ़ा दी. बाद में, पूजा ने क्लेम फाइल किया और यह जानकर वो बहुत हैरान हुई कि उसका क्लेम अस्वीकार कर दिया गया है. बाद में, उसे पता चला कि उनके पिता को कुछ महीने पहले मामूली दिल का दौरा पड़ा था और उसके मां-बाप ने उसे इस बारे में नहीं बताया था.
कल्पना से अधिक ऐसी घटनाएं वास्तव में होती हैं, ये एक आम बात है. आपका इंश्योरर प्रत्येक एप्लीकेंट के मेडिकल बैकग्राउंड की अच्छी तरह जांच-पड़ताल करता है. खास तौर पर इंश्योरर हाल ही की मेडिकल हिस्ट्री यानी पिछले 2 से 3 महीनों की मेडिकल हिस्ट्री पर भी ध्यान देता है. अब, इसके लिए पूजा को दोषी नहीं ठहराया जा सकता. लेकिन, उसे और उसके परिवार को ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान से जुड़े नियमों और निर्देशों के बारे में जानकारी लेनी चाहिए थी. अगर वो पहले से मौजूद मेडिकल स्थिति के बारे में जानती, तो वह निम्नलिखित तरीकों की सहायता से एक सही फैसला कर सकती थी:
- वह अपने पिता को सुरक्षा प्रदान करने वाले ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान के साथ ऐड-ऑन या राइडर लेती.
- वह कुछ महीने तक इंतज़ार करती और अपने पिता को पूरी तरह ठीक हो जाने देती. और जब वह मेडिकल टेस्ट कराके संतुष्ट हो जाती कि उसके पिता मेडिकल रूप से फिट हैं और उन्हें अब कोई जोखिम नहीं है, तब वो यात्रा पर जाती.
- वह अधिक रिसर्च कर सकती थी कि कौन सा मेडिकल इंश्योरेंस, मेडिकल स्थितियों के लिए सर्वश्रेष्ठ है?? जो पूजा के साथ हुआ, वो न हो, इसके लिए एक बेहतर तरीका है कि पॉलिसी खरीदते समय आप आवश्यक रूप से ट्रैवल इंश्योरेंस की तुलना प्लान या हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी दोनों की तुलना कर लें और सभी इन्क्लूज़न के बारे में जान लें.
मेडिकल स्थितियों के लिए कौन सा ट्रैवल इंश्योरेंस सबसे अच्छा है?
पहली नज़र में, इंश्योरर को अपनी पहले से मौजूद मेडिकल स्थिति की सूचना देना एक बड़ी चुनौती लग सकता है. क्या इसकी वजह से पहली बार में ही एप्लीकेशन तुरंत अस्वीकार नहीं कर दी जाएगी?? लेकिन इंश्योरेंस प्लान इस तरह काम नहीं करते. आप बजाज आलियांज़ के एक सलाहकार से बात करेंगे. तो आपको पता चलेगा कि:
- पॉलिसी के तहत आप पहले से मौजूद मेडिकल स्थितियों को कवर करने वाले ऐड-ऑन ले सकते हैं.
- सीनियर सिटीज़न के लिए ट्रैवल इंश्योरेंस: यह प्लान खास तौर पर बुज़ुर्गों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बनाए गए हैं.
- आप विभिन्न इंश्योरेंस प्लान के साथ संभावित मेडिकल खर्चों को कम करने के लिए वैकल्पिक तरीके अपना सकते हैं या यात्रा पर जाने के लिए इंतज़ार कर सकते हैं.
ध्यान दें कि पहले से मौजूद स्थिति के अतिरिक्त किसी भी मेडिकल एमरज़ेंसी से जुड़े खर्च के लिए, आपको इंश्योरेंस पॉलिसी के अनुसार डिस्बर्समेंट प्राप्त होगा. उदाहरण के तौर पर, अगर दुर्भाग्यवश पूजा के पिता का कंधा एक दुर्घटना के दौरान खिसक जाता है, तो वह उम्मीद कर सकते हैं कि इंश्योरेंस पॉलिसी उनके मेडिकल खर्च को कवर करेगी.
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
- क्या डॉक्यूमेंटेशन पूरा होने से पहले, आपको अपने इंश्योरर को पहले से मौजूद मेडिकल स्थिति के बारे में सूचना दे देनी चाहिए?
हां. डॉक्यूमेंटेशन से पहले आपको इंश्योरर को अपनी मेडिकल स्थिति के बारे में विस्तार से सूचना देनी चाहिए और उससे संबंधित रिपोर्ट भी प्रदान करनी चाहिए. अगर आप ट्रैवल इंश्योरेंस ऑनलाइन खरीदते हैं, तो उसके एक्सक्लूज़न के बारे में अवश्य जान लें.
- पहले से मौजूद मेडिकल स्थिति होने पर भी मेरा ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान अप्रूव हो सकता है?
हां. पहले से मौजूद मेडिकल स्थिति के साथ, संबंधित आवश्यक प्रॉडक्ट या ऐड-ऑन का उपयोग करके भी ट्रैवल इंश्योरेंस प्लान लिया जा सकता है. समय रहते इसके बारे में जानकारी दें, ताकि इंश्योरेंस सलाहकार आपका मार्गदर्शन कर सकें.
- अगर आपने पहले से मौजूद मेडिकल स्थिति की सूचना दी है, क्या तब भी आपका क्लेम अस्वीकार हो सकता है?
हां. क्लेम अस्वीकृत होने के कई अन्य कारण भी हो सकते हैं. अगर आप पहले से इसकी सूचना देते हैं, तो आप सुनिश्चित हो सकते हैं कि एमरज़ेंसी की स्थिति में आपके पास उपयुक्त एड-ऑन और सहायता मौजूद होगी.
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