Loader
Loader

रिस्पेक्ट सीनियर केयर राइडर: 9152007550 (मिस्ड कॉल)

सेल्स: 1800-209-0144| सेवा: 1800-209-5858 Whatsapp Logo सर्विस चैट: +91 75072 45858

Get In Touch

हमारी वेबसाइट पर आने के लिए धन्यवाद.

किसी भी सहायता के लिए, कृपया 1800-209-0144 पर कॉल करें

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी

मेरी कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी
My Cashless Health Insurance Policy

केवल आपके लिए डिज़ाइन किया गया पर्सनलाइज़्ड हेल्थ प्लान

कृपया नाम लिखें
/health-insurance-plans/individual-health-insurance-plans/buy-online.html कीमत जानें
दोबारा कोटेशन पाएं
कृपया मान्य कोटेशन रेफरेंस ID दर्ज करें
सबमिट करें

आपके लिए इसमें क्या है?

अपनी ज़रूरतों के अनुसार अपने प्लान को कस्टमाइज़ करने की फ्ले‍क्सिबि‍लिटी

रूम की प्राथमिकता और वे‍टिंग पी‍रियड चुनने का विकल्प

2x ओपीडी लाभ (प्रीमियम में दो बार)

निःशुल्क वार्षिक प्रिवेंटिव हेल्थ चेक-अप

देश भर में 18400+ कैशलेस हॉस्पिटल्स

98%* क्लेम सेटलमेंट रेशियो

इन-हाउस हेल्थ एडमिनिस्ट्रेशन टीम

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस

हम आज के जिस दौर में जी रहे हैं, उसमें पूरी तरह सेहतमंद ज़िंदगी जीने के लिए बहुत अधिक खर्च करना पड़ रहा है. हममें से अधिकतर लोग रोज़मर्रा की ज़रूरतें पूरी करने के लिए पैसे कमाने में अपनी पूरी ज़िंदगी निकाल देते हैं. भविष्य में क्या होगा, किसने देखा है, ज़िंदगी में कभी-भी कुछ-भी हो सकता है. ट्रीटमेंट के बढ़ते खर्चों को देखते हुए हम कह सकते हैं कि अचानक आई कोई भी मेडिकल एमरजेंसी न केवल हमारी बचत को बल्कि हमारी दिमागी सेहत को भी भारी नुकसान पहुंचा सकती है. कभी-कभी लोगों को बीमारी तब जाकर समझ आती है, जब वह गंभीर हो चुकी होती है. कभी-कभी हालात इतने नाज़ुक होते हैं, जिनमें तुरंत हॉस्पिटलाइज़ेशन करना पड़ता है. ऐसी किसी भी स्थिति में मेडिकल बिलों का भुगतान व्यक्ति की फाइनेंशियल स्थिति को गड़बड़ा देता है. ऐसी किसी भी परेशानी से बचने के लिए कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस का होना बहुत काम का साबित होता है.

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस प्लान क्या है?

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस एक ऐसी पॉलिसी है, जिसमें हॉस्पिटल के बिल/मेडिकल खर्च इंश्योरेंस कंपनी सीधे नेटवर्क हॉस्पिटल को चुका देती है. यानि इंश्योर्ड व्यक्ति को कैश में कोई भी भुगतान करने की ज़रूरत नहीं होती है.

हाल ही के समय में, मेडिकल खर्चों में बढ़ी महंगाई के चलते इन खर्चों को उठा पाना और बेहतरीन मेडिकल सुविधा हासिल कर पाना बहुत मुश्किल हो गया है. बेस्ट कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी आम आदमी को खर्चों की चिंता किए बिना अच्छी क्वालिटी की हेल्थ केयर और उससे जुड़ी दूसरी सुविधाएं पाने में मदद करती है.

समय के साथ, इसकी मांग भी काफी बढ़ गई है. किसी भी एमरजेंसी की स्थिति में, जैसे बीमार पड़ना, या दुर्घटना के मामले में, ऐसे समय होते हैं जब परिवार फंड की व्यवस्था नहीं कर सकता है. कैशलेस इंश्योरेंस वह समाधान है जिसमें किसी भी नेटवर्क हॉस्पिटल में किए गए खर्चों को सीधे इंश्योरर द्वारा सेटल किया जाएगा. कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी खरीदने से आपको ऐसी किसी भी एमरजेंसी से निपटने में मदद मिलेगी. हेल्थ इंश्योरेंस खरीदते समय, कैशलेस हॉस्पिटलाइज़ेशन और ट्रीटमेंट लाभ प्रदान करने वाला प्लान चुनें.

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस कैसे काम करता है?

भारत में हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां विभिन्न हॉस्पिटल्स के साथ पार्टनरशिप करती हैं. इन पार्टनर हॉस्पिटल्स को नेटवर्क हॉस्पिटल्स कहा जाता है.

इंश्योरेंस कंपनी व्यापक बैकग्राउंड चेक के बाद नेटवर्क हॉस्पिटल चुनती है, जिसमें इसकी दक्षता और प्रदान की जाने वाली मेडिकल सर्विसेज़ शामिल हैं. टाई-अप अधिकतर वार्षिक आधार पर होते हैं और हर वर्ष या रिन्यूअल की देय तिथि के अनुसार रिन्यू किए जाते हैं. इसलिए, अगर हॉस्पिटल पहले जैसी मानकों को पूरा नहीं करता है, तो रिन्यूअल को बढ़ाने की संभावना अधिक होती है. नेटवर्क हॉस्पिटल चुनने की यह प्रोसेस महत्वपूर्ण है क्योंकि यह इसकी विश्वसनीयता दर्शाता है. हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदते समय इंश्योरेंस कंपनी द्वारा पॉलिसीधारक के साथ नेटवर्क हॉस्पिटल्स की लिस्ट शेयर की जाती है. ये गुणवत्ता, विभिन्न प्रक्रियाओं, दरों आदि को चेक करने के बाद अंतिम रूप दिए जाते हैं. बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस में, हमारे पास 18,400+ नेटवर्क हॉस्पिटल्स* और इन-हाउस एचएटी टीम है.

साथ ही, यह याद रखना भी ज़रूरी है कि कैशलेस सुविधा का लाभ केवल किसी नेटवर्क हॉस्पिटल में ही मिल सकता है. इसलिए अगर इंश्योर्ड व्यक्ति को भर्ती किया जाता है तो प्लान के अनुसार लाभ मिल सकता है. एक थर्ड-पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर जिसे TPA भी कहा जाता है, कंपनी का प्रतिनिधि है और औपचारिकताओं की देखभाल करने के लिए ज़िम्मेदार है. टीपीए वह कड़ी है जिस पर इंश्योरेंस कंपनी और आपके बीच तालमेल बैठाने की ज़िम्मेदारी होती है. टीपीए यह ध्यान रखता है कि हेल्थ इंश्योरेंस कैशलेस क्लेम आसानी से सेटल हो जाएं. हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम स्वीकार या अस्वीकार होने में भी टीपीए की अहम भूमिका होती है. 

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस होने का महत्व

आज मेडिकल इंश्योरेंस होने का महत्व पहले से कहीं अधिक है. वर्तमान में महामारी का समय है, ट्रीटमेंट के खर्चे लगातार बढ़ रहे हैं, और लोग इन खर्चों को पूरा करने के लिए संघर्ष कर रहे हैं. इस तरह के हालात में कैशलेस मेडिकल इंश्योरेंस पॉलिसी का होना किसी वरदान से कम नहीं है. सही प्लान होने से आपको हेल्थकेयर सुविधा आसानी से मिल पाएगी और आपको तुरंत कैश का बंदोबस्त करने का तनाव नहीं होगा.

हेल्थ इंश्योरेंस प्लान खरीदते समय इंश्योरेंस कंपनी कैशलेस इंश्योरेंस प्लान चुनने का विकल्प देती है. इसका यह मतलब है कि सारे खर्चे सीधे इंश्योरेंस कंपनी संभाल लेती है. सर्वश्रेष्ठ कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस का अधिकतम लाभ पाने के लिए किसी नेटवर्क हॉस्पिटल में ही उपचार कराएं. सही प्लान होने से आपको मन की शांति भी मिलती है, क्योंकि आप सीधे हॉस्पिटल को बिल का भुगतान करने से बच जाते हैं. 

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के प्रकार

भारत में सबसे अच्छा कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस कई तरह की ज़रूरतों को पूरा करता है और पॉलिसीधारकों को कई विकल्प प्रदान करता है.

  • इंडिविजुअल हेल्थ इंश्योरेंस प्लान्स:

    ✓ एक व्यक्ति को कवरेज देने के लिए बनाया गया.
    ✓ व्यक्ति को कम्प्रीहेंसिव मेडिकल केयर उपलब्ध कराता है.

  • फैमिली फ्लोटर प्लान:

    ✓ एक ही पॉलिसी के तहत परिवार के कई सदस्यों को कवर करता है.
    ✓ सभी इंश्योर्ड सदस्यों को एक ही सम इंश्योर्ड के तहत कवरेज प्रदान करता है.

  • क्रिटिकल इलनेस प्लान:

    ✓ विशेष रूप से कैंसर या दिल की बीमारी जैसी गंभीर बीमारियों को कवर करने के लिए तैयार किया गया है.
    ✓ गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं होने पर फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करता है.

  • टॉप-अप प्लान:

    ✓अतिरिक्त फाइनेंशियल सहायता प्रदान करके मौजूदा कवरेज को बढ़ाता है.
    ✓ शुरुआती सम इंश्योर्ड समाप्त हो जाने के बाद काम में आता है.

  • सुपर टॉप-अप प्लान:

    ✓ टॉप-अप प्लान में मिलने वाली कवरेज के अतिरिक्त कवरेज प्रदान करता है.
    ✓ उच्च मेडिकल खर्चों के लिए अधिक राशि की फाइनेंशियल सुरक्षा प्रदान करता है.

  • सही प्लान चुनना:

    ✓ अपने स्वास्थ्य से जुड़ी विशिष्ट आवश्यकताओं के अनुसार प्लान चुनकर पर्याप्त सुरक्षा प्राप्त करें.

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस में क्या-क्या कवर होता है?

हेल्थ इंश्योरेंस कई विशेषताएं और लाभ देता है. कैशलेस इंश्योरेंस सुविधा उन्हीं में से एक है. आमतौर पर भारत में हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां प्लान के तहत कई तरह की कवरेज देती हैं. अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनी की कवरेज अलग-अलग हो सकती हैं. कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस प्लान की कुछ स्टैंडर्ड कवरेज होती हैं, जो नीचे दी गई हैं.
Cover for pre and post-hospitalization expenses for up to 60 and 90 days

हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले 60 और बाद में 90 दिनों तक के खर्चों के लिए कवर

हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले 60 और बाद में 90 दिनों तक के खर्चों के लिए कवर

In-patient expenses cover

भर्ती हुए रोगी के खर्च के लिए कवर

भर्ती हुए रोगी के खर्च के लिए कवर

Ambulance service

एम्बुलेंस सेवाएं

एम्बुलेंस सेवाएं

Daycare treatment expenses

डे-केयर ट्रीटमेंट के खर्च

डे-केयर ट्रीटमेंट के खर्च

Medical check-ups/ physician fees/ doctors consultation fees

मेडिकल चेक-अप/फिज़ीशियन की फीस/डॉक्टर की कंसल्टेशन फीस

मेडिकल चेक-अप/फिज़ीशियन की फीस/डॉक्टर की कंसल्टेशन फीस

Room rent and boarding expenses cover

कमरे के किराये और खाने-पीने के खर्चों का कवर

कमरे के किराये और खाने-पीने के खर्चों का कवर

 

कैशलेस हॉस्पिटलाइज़ेशन के लिए ज़रूरी डॉक्यूमेंट की पूरी लिस्ट

बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस में हम आपकी सेहत से जुड़ी ज़रूरतें पूरी करने के मामले में सबसे आगे हैं और हम कई हेल्थ इंश्योरेंस प्लान पेश करते हैं. किसी भी नेटवर्क हॉस्पिटल में कैशलेस उपचार का लाभ उठाने के लिए ज़रूरी डॉक्यूमेंट नीचे दिए गए हैं:

· इंश्योर्ड व्यक्ति द्वारा ठीक से भरा गया कैशलेस हॉस्पिटलाइज़ेशन क्लेम फॉर्म, जिस पर उसके हस्ताक्षर होने चाहिए

· ओरिजिनल हॉस्पिटल बिल, जिसमें खर्चों की पूरी जानकारी हो

· ओरिजिनल भुगतान रसीदें

· ओरिजिनल डिस्चार्ज समरी डॉक्यूमेंट

· लैब और टैस्ट रिपोर्ट

· इम्प्लांट के मामले में बिल/स्टिकर/बारकोड की कॉपी

· डॉक्टर का पहला कंसल्टेशन लेटर

· नो यॉर कस्टमर (केवाईसी) फॉर्म

· पॉलिसीधारक/प्रपोज़र द्वारा भरा गया एनईएफटी फॉर्म, जिस पर उसके हस्ताक्षर हों

नोट: डॉक्यूमेंट की पूरी लिस्ट के लिए इंश्योरेंस कंपनी से पूछें

 

कैशलेस क्लेम करने से पहले ध्यान रखने लायक बातें

क्या आप कैशलेस क्लेम करने के बारे में चिंतित हैं? क्या आपको लगता है कि यह एक मुश्किल प्रोसेस है? चिंता न करें. हम कैशलेस क्लेम करने से पहले ध्यान रखने लायक कुछ बातें यहां बता रहे हैं: 

· जल्द से जल्द सूचित करें: चाहे प्लान करके हॉस्पिटल में भर्ती होना हो या एमरजेंसी में हॉस्पिटलाइज़ेशन की स्थिति हो, इंश्योरेंस कंपनी को जल्द से जल्द सूचित करें. ऐसा करने से इंश्योरर को पॉलिसी को रिव्यू करने और क्लेम अनुरोध को अधिकृत करने में मदद मिलेगी. एमरजेंसी उपचार के मामले में इसे अपवाद माना जाता है. 

· विवरण तैयार रखें: प्लान से संबंधित सभी जानकारी तैयार रखें. एमरजेंसी हॉस्पिटलाइज़ेशन के मामले में, आप इंश्योरर से संपर्क कर सकते हैं और आसानी से सहायता प्राप्त कर सकते हैं.

·  सही जानकारी दें: प्री-ऑथोराइज़ेशन के लिए मरीज़ की मेडिकल हिस्ट्री, पहले से मौजूद बीमारियां, लागत आदि जैसे महत्वपूर्ण विवरण की आवश्यकता होती है. सभी सही जानकारी प्रदान करें, ताकि क्लेम आसानी से और सरलता से प्रोसेस किए जा सकें.

· इनक्लूज़न और एक्सक्लूज़न के बारे में जानें: पॉलिसी में शामिल और एक्सक्लूज़न, दोनों के बारे में जानना आवश्यक है. इससे हमेशा खर्चों को समझने में मदद मिलेगी और उसके लिए आप पहले से ही तैयार होंगे. प्लान की सभी जानकारी रखने से बाद में भ्रम की स्थिति का सामना नहीं करना पड़ेगा. 

 

सही कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस प्लान चुनने के लिए सुझाव

मेडिक्लेम पॉलिसी चुनते समय ऐसी इंश्योरेंस कंपनी चुनें जिसके हॉस्पिटल्स का नेटवर्क बड़ा हो और जो कैशलेस हेल्थ ट्रीटमेंट लाभ देती हो. हमने नीचे कुछ महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं, जो सही चुनने में मदद करेंगे कैशलेस मेडिकल इंश्योरेंस प्लान:

 

• रिसर्च करें

मुख्य रूप से पूरी तरह रिसर्च करें, और प्लान में मिलने वाली विशेषताओं और लाभों की तुलना करें. कुछ विशेषताएं सभी प्लान में मौजूद होती हैं और अधिकतर इंश्योरेंस कंपनियां उन्हें कवर करती हैं. हालांकि, ज़रूरत के अनुसार प्लान को कस्टमाइज़ करना हमेशा बेहतर होता है. कोई प्लान फाइनल करने से पहले, ज़रूरतों को जानें और उन्हीं के आधार पर सोच-समझकर फैसला लें.

 

• नेटवर्क हॉस्पिटल्स की बड़ी संख्या:

प्लान खरीदते समय नेटवर्क हॉस्पिटल्स की लिस्ट पढ़ना न भूलें. कैशलेस इंश्योरेंस पॉलिसी का लाभ केवल किसी नेटवर्क हॉस्पिटल में ही लिया जा सकता है. ध्यान रखें कि हॉस्पिटल्स का नेटवर्क पूरे भारत में फैला हुआ हो, एमरजेंसी में आपको तुरंत हॉस्पिटल पहुंचाया जा सके.

 

• विश्वसनीयता

जब बात कैशलेस मेडिक्लेम इंश्योरेंस चुनने की आए, तो ऐसी पुरानी और जानी-मानी कंपनी को चुनें, जिसका क्लेम सेटलमेंट रेशियो अच्छा हो. कंपनी का क्लेम सेटलमेंट रेशियो बहुत अहम भूमिका निभाता है. इससे आपको कंपनी की हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम चुकाने की क्षमता का अनुमान मिल जाता है.

 

• पॉलिसी डॉक्यूमेंट पढ़ें:

हममें से अधिकांश लोग हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी डॉक्यूमेंट को ध्यान से नहीं पढ़ने की गलती करते हैं. प्लान खरीदने के लिए अंतिम भुगतान करने से पहले, प्लान के हर नियम और हर शर्त को समझना ज़रूरी होता है. आप सीधे इंश्योरेंस कंपनी की वेबसाइट पर जा सकते हैं या फिर कस्टमर सपोर्ट से संपर्क कर सकते हैं. अभी की यह थोड़ी सी मेहनत आगे चलकर आपको बड़े झंझट से बचा सकती है. प्लान के इनक्लूज़न और एक्सक्लूज़न को समझने से आपको कभी-भी तनाव के समय निराश नहीं होना पड़ेगा.

 

• ज़रूरतें पहचानें

सही इंश्योरेंस प्लान चुनने का एक समझदार तरीका यह है कि आप अपनी सभी हेल्थकेयर ज़रूरतों को जानें. कैशलेस लाभों की लिमिट को भी जानें. यह ज़रूरी है कि आप अपनी ज़रूरतों की एक लिस्ट बना लें और फिर वह प्लान चुनें, जो उन्हें सबसे अच्छे से पूरा करता हो.

 

हेल्थ इंश्योरेंस डॉक्यूमेंट डाउनलोड करें

रिन्यूअल रिमाइंडर सेट करें

कृपया नाम लिखें
+91
कृपया मान्य मोबाइल नं. दर्ज करें
कृपया पॉलिसी नंबर दर्ज करें
कृपया पॉलिसी नंबर दर्ज करें
कृपया तिथि चुनें

आपकी रुचि के लिए धन्यवाद. जब आपकी पॉलिसी रिन्यूअल की देय हो जाएगी, तो हम आपको एक रिमाइंडर भेजेंगे.

 

कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी की संपूर्ण जानकारी

हम जो लाइफ स्टाइल जी रहे हैं, उसके चलते इस बात में कोई शक नहीं कि लाइफ स्टाइल से जुड़ी बीमारियां होने की संभावना अधिक हो गई है. समय के साथ मेडिकल खर्चे भी काफी बढ़ गए हैं. एक ओर, मेडिकल सुविधा का लाभ उठाना आवश्यक है, वहीं दूसरी ओर, दूसरे पहलू को भी नज़रअंदाज़ नहीं कर सकते.

ऐसे किसी भी हालात से निपटने के लिए, सर्वश्रेष्ठ कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का होना ज़रूरी है. वर्तमान में कैशलेस क्लेम तेज़ी से बढ़ रहे हैं. आजकल हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने वाले लोग कैशलेस लाभ के विकल्प लेने के बारे में ज़रूर सोचते हैं. यहां हम ऐसी कुछ अहम बातें बता रहे हैं, जो आपको भारत में कैशलेस सुविधा के बारे में पता होनी चाहिए:

 

· कैशलेस सुविधा का लाभ केवल तभी उठाया जा सकता है, जब ट्रीटमेंट किसी नेटवर्क हॉस्पिटल में लिया जाए.

· नेटवर्क हॉस्पिटल से पॉलिसीधारक या इंश्योरेंस कंपनी को ट्रीटमेंट और पॉलिसी की शर्तों के बारे में जानकारी मिलेगी.

· आप चाहे कैशलेस सुविधा का उपयोग करें या अन्य सुविधा का उपयोग करें, सारे डॉक्यूमेंट और मेडिकल बिलों को सुरक्षित और तैयार रखना न भूलें.

· कोई भी प्लान फाइनल करने से पहले, मेडिक्लेम कैशलेस सुविधा के लिए इंश्योरेंस कंपनी के नियम और शर्तें को ठीक से पढ़ें.

· अगर ट्रीटमेंट की राशि सम इंश्योर्ड से अधिक हो, तो बाकी राशि को इंश्योर्ड व्यक्ति को चुकाना होगा. ऐसे किसी भी मामले में हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी पूरी राशि का भुगतान करने के लिए ज़िम्मेदार नहीं होती है.

 

जब परिवार के लिए मेडिक्लेम पॉलिसी खरीदने की बात आती है, तो यह सुनिश्चित करें कि आपको पर्याप्त रूप से कवर किया जाए.

 

 

कैशलेस क्लेम और रीइम्बर्समेंट क्लेम की तुलना

आज के दौर में मेडिक्लेम इंश्योरेंस होना बेहद ज़रूरी है. आमतौर पर भारत में हेल्थ इंश्योरेंस में क्लेम सेटलमेंट के लिए दो तरह की सुविधाएं होती हैं, जो कैशलेस सेटलमेंट और रीइम्बर्समेंट सेटलमेंट हैं. 

कैशलेस ट्रीटमेंट हेल्थ इंश्योरेंस के मामले में इंश्योरेंस कंपनी हॉस्पिटल से छुट्टी के समय बिल चुका देती है. रीइम्बर्समेंट के मामले में, मेडिकल बिल शुरुआत में व्यक्ति को चुकाने होते हैं. बाद में, इंश्योर्ड व्यक्ति सभी ज़रूरी डॉक्यूमेंट देकर हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी से बिल की राशि क्लेम कर सकता है.

नीचे दी गई टेबल में अलग-अलग पैरामीटर पर कैशलेस क्लेम और रीइम्बर्समेंट क्लेम की तुलना की गई है: 

 

पैरामीटर

कैशलेस प्रोसेस

रीइम्बर्समेंट प्रोसेस

व्यक्ति की देयता

इंश्योर्ड व्यक्ति को मेडिकल बिल या खर्चों का खुद भुगतान करने की ज़रूरत नहीं है. इंश्योरेंस कंपनी सीधे नेटवर्क हॉस्पिटल को बिल चुका देगी

शुरुआत में, मेडिकल खर्चों का भुगतान इंश्योर्ड व्यक्ति को करना होता है. हॉस्पिटल से छुट्टी के बाद, इंश्योर्ड व्यक्ति को इंश्योरेंस कंपनी के पास बिल सबमिट करके क्लेम फाइल करना होता है

नेटवर्क हॉस्पिटल

कैशलेस ट्रीटमेंट का लाभ केवल इंश्योरेंस कंपनी के साथ जुड़े नेटवर्क हॉस्पिटल्स में ही लिया जा सकता है

किसी भी नेटवर्क या नॉन-नेटवर्क हॉस्पिटल में मेडिकल ट्रीटमेंट का लाभ उठाया जा सकता है

क्लेम प्रोसेस

पहले से तय हॉस्पिटलाइज़ेशन या एमरजेंसी हॉस्पिटलाइज़ेशन के मामले में, इंश्योरेंस कंपनी को जल्द से जल्द सूचित किया जाना चाहिए

हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने पर बिल का भुगतान इंश्योर्ड व्यक्ति को करना होगा और फिर उसे रीइम्बर्समेंट के लिए क्लेम फाइल करना होगा

क्लेम सेटलमेंट में लगने वाला समय

इंश्योर्ड व्यक्ति के ट्रीटमेंट होने या उसके हॉस्पिटल में भर्ती रहने के दौरान ही बिल तुरंत चुका दिए जाते हैं

रीइम्बर्समेंट में कैशलेस लाभ से थोड़ा अधिक समय लगता है

 

बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस में, हम एक विशेष फीचर हेल्थ सीडीसी (क्लेम बाय डायरेक्ट सेटलमेंट) भी प्रदान करते हैं. इसके तहत रु. 20,000 तक के हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम हमारे केयरिंगली योर्स मोबाइल ऐप का उपयोग करके तुरंत सेटल किए जाते हैं.

कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी को इस बात का विशेष ध्यान रखते हुए बनाया गया है कि इंश्योर्ड व्यक्ति/पॉलिसीधारक को संकट के समय फाइनेंशियल राहत मिले. परिवार के लिए कैशलेस मेडिकल इंश्योरेंस उपयोगी होता है और यह सुनिश्चित करता है कि सम इंश्योर्ड की लिमिट तक परिवार को बिल्कुल भी कैश का भुगतान न करना पड़े. 

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी क्लेम के अस्वीकार होने के कारण

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के अस्वीकार होने के कारणों के बारे में जानकर, पॉलिसीधारकों को सामान्य गलतियां करने से बचने में मदद मिल सकती है.

  • अस्वीकृति के मुख्य कारणों में से एक है, एप्लीकेशन प्रोसेस के दौरान गलत या अधूरी जानकारी देना. इसमें पर्सनल जानकारी में गलतियां, मेडिकल हिस्ट्री या पहले से मौजूद बीमारियों के बारे में नहीं बताना शामिल है.

  • इसके अलावा, अगर ऐसे हॉस्पिटल में इलाज करवाया जाता है जो कि इंश्योरर के नेटवर्क हॉस्पिटल की सूची में नहीं है, तब भी आपका क्लेम अस्वीकार हो सकता है.

  • पॉलिसीधारकों को उनकी पॉलिसी में दी गई प्रतीक्षा अवधि का पालन करना होता है, क्योंकि इस अवधि के दौरान कुछ विशिष्ट स्थितियों के लिए किए गए क्लेम स्वीकार नहीं किए जाते. क्लेम अस्वीकार होने से बचने के लिए, पॉलिसी की शर्तों और अपवाद (एक्सक्लूज़न) को समझना बहुत महत्वपूर्ण है.

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने से पहले इन बातों पर ज़रूर ध्यान दें

  • पॉलिसी में शामिल

  • पॉलिसी में शामिल नहीं

मेडिकल इमरजेंसी:

अधिक पढ़ें

अगर पैसों की उचित व्यवस्था न हो, तो किसी भी तरह की मेडिकल एमरजेंसी तनावपूर्ण हो सकती है. कैशलेस क्लेम अधिक लाभदायक होते हैं, क्योंकि इस मामले में परिवार को पैसों के बंदोबस्त के लिए भागदौड़ करने की ज़रूरत नहीं पड़ती है. इंश्योर्ड व्यक्ति नेटवर्क हॉस्पिटल में हेल्थ कार्ड दिखाकर तुरंत मेडिकल ट्रीटमेंट शुरू करा सकता है.

मन की शांति

अधिक पढ़ें

अगर ज़रूरत पड़े, तो कैशलेस मेडिक्लेम इंश्योरेंस पॉलिसी होने से यह पक्का होता है कि पैसे आपके लिए चिंता का कारण न हों. इंश्योर्ड व्यक्ति आसानी से किसी भी नेटवर्क हॉस्पिटल में भर्ती हो सकता है और आसान तरीके से ट्रीटमेंट कराना शुरू कर सकता है. इंश्योर्ड व्यक्ति पैसे की चिंता न करके रिकवरी पर ध्यान दे सकता है और तेज़ी से रिकवर हो सकता है. 

कई प्रकार के कवर

अधिक पढ़ें

कैशलेस मेडिक्लेम पॉलिसी ओपीडी कवर, और हॉस्पिटलाइज़ेशन से पहले और बाद के खर्चों समेत कई तरह के कवर का विकल्प पेश करती है. हम आपको यह सुझाव भी देते हैं कि आप प्लान की विशेषताओं और उसमें मिलने वाले लाभों के बारे में समय-समय पर इंश्योरेंस कंपनी से पूछते रहें. 

टैक्स लाभ

अधिक पढ़ें

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के लिए भुगतान किया गया प्रीमियम इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80डी के तहत टैक्स लाभ के लिए पात्र है 60 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति रु. 50,000 तक का लाभ उठा सकते हैं और सीनियर सिटीज़न रु. 50,000 तक का लाभ उठा सकते हैं. 

नोट: टैक्स लाभ में लागू कानूनों के अनुसार बदलाव हो सकते हैं. 

एम्बुलेंस कवर

अधिक पढ़ें

हॉस्पिटल पहुंचाने या एक से दूसरे हॉस्पिटल ले जाने के लिए हुए खर्चों के लिए कवर दिया जाता है. इसके तहत निर्धारित लिमिट तक हॉस्पिटल के एंबुलेंस और एंबुलेंस सर्विस प्रोवाइडर के एंबुलेंस का खर्च दिया जाता है. 

आधुनिक उपचार विधि

अधिक पढ़ें

ट्रीटमेंट के आधुनिक तरीके और आधुनिक टेक्नॉलजी सम इंश्योर्ड के 50% या रु. 5 लाख तक सीमित हैं. इनमें ओरल कीमोथेरेपी, इंट्राविट्रियल इंजेक्शन, ब्रोंकियल थर्मोप्लास्टी आदि शामिल हैं.*

*यह विस्तृत लिस्ट नहीं है. अधिक जानकारी के लिए कृपया प्रॉडक्ट ब्रोशर देखें. 

1 of 1

युद्ध: युद्ध के कारण उपचार की आवश्यकता होने पर कोई कैशलेस उपचार नहीं दिया जाता है. 

    जानबूझकर खुद को पहुंचाया गया नुकसान: अगर आपने जानबूझकर खुद को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की है, तो इसके इलाज के लिए किए गए खर्च भी कवर नहीं किए जाते हैं. 

डेंटल उपचार: जब तक कैंसर या गंभीर दुर्घटना के कारण उपचार की आवश्यकता न हो, तब तक विस्तृत उपचार के लिए किए गए किसी भी खर्च को कवर नहीं किया जाता है. 

एक्सटर्नल डिवाइस: कैशलेस मेडिकल पॉलिसी में कोई भी लागत, जिसमें डेंचर, हियरिंग एड्स, कॉन्टैक्ट लेंस, क्रचेज़ आदि को कवर नहीं किया जाता है. 

प्लास्टिक सर्जरी: जब तक कैंसर के इलाज या जलने या दुर्घटना में लगी शारीरिक चोट के कारण आवश्यकता नहीं होती, तब तक कोई भी कॉस्मेटिक सर्जरी कवर नहीं की जाती है. 

1 of 1

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी से जुड़े आम सवाल

1. क्या कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस के तहत कोविड-19 को कवर किया जाता है?

आईआरडीएआई ने इंश्योरेंस कंपनियों को यह निर्देश दिया है कि उन्हें हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के भीतर रीइम्बर्समेंट क्लेम को तेज़ी से और नियम व शर्तों के अनुसार सेटल करना होगा. आईआरडीएआई ने कैशलेस के लिए प्री-ऑथराइज़ेशन देने और हॉस्पिटल से इंश्योर्ड रोगी के फाइनल डिस्चार्ज की स्वीकृति के लिए भी एक समय-सीमा तय की है. किसी भी मामले में हमारी सलाह है कि आप इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क करें. 

2. क्या कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम अस्वीकार हो सकता है?

हां, कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस क्लेम को निम्नलिखित परिस्थितियों में अस्वीकार किया जा सकता है:

· अगर बीमारी/ट्रीटमेंट प्लान के तहत कवर नहीं किए गए हैं.

· अगर ऐसे किसी नॉन-नेटवर्क हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट करवाया जाता है, जो इंश्योरेंस कंपनी से जुड़ा हुआ नहीं है.

· जब नेटवर्क हॉस्पिटल द्वारा दी गई जानकारी अधूरी हो या पॉलिसी डॉक्यूमेंट में लिखे मानदंडों को पूरा नहीं करती हो.

· अगर प्री-ऑथराइज़ेशन फॉर्म समय से नहीं भेजा गया है. 

3. कैशलेस मेडिकल इंश्योरेंस प्लान की अवधि कितनी होती है?

अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनियों के कैशलेस मेडिकल इंश्योरेंस प्लान की अवधि अलग-अलग हो सकती है. हमारी आपको सलाह है कि आप इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क करके पॉलिसी से जुड़ी सारी जानकारी हासिल करें. 

4. कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज में हर वर्ष कितने क्लेम की अनुमति है?

इंश्योर्ड व्यक्ति पॉलिसी अवधि के दौरान सम इंश्योर्ड राशि की लिमिट तक कई बार क्लेम कर सकता है. इसलिए हमारी सलाह है कि प्लान खरीदते समय आप अधिक सम इंश्योर्ड का विकल्प चुनें और सुरक्षित रहें. 

5. क्या कैशलेस क्लेम सेटलमेंट, रीइम्बर्समेंट प्रोसेस से बेहतर है?

कैशलेस क्लेम प्रोसेस, रीइम्बर्समेंट क्लेम प्रोसेस से हमेशा बेहतर होता है. कैशलेस क्लेम प्रोसेस आसान है, सुविधाजनक है और समय बचाता है. हॉस्पिटलाइज़ेशन या मेडिकल ट्रीटमेंट न केवल इंश्योर्ड व्यक्ति को, बल्कि उसके आश्रितों को भी भारी फाइनेंशियल नुकसान पहुंचाता है. कैशलेस लाभ इसलिए भी बेहतर है, क्योंकि इंश्योर्ड व्यक्ति को खर्च की चिंता नहीं करनी पड़ती है, जिससे वह रिकवरी पर अधिक ध्यान दे सकता है. 

6. क्या इंश्योरेंस पॉलिसी के तहत क्लेम फाइल करने के लिए कोई प्रतीक्षा अवधि है?

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी लेते समय इंश्योरेंस कंपनियां 30 दिन की प्रतीक्षा अवधि लागू करती हैं. यह अवधि पॉलिसी शुरू होने की तिथि से शुरू होती है. इसका मतलब यह है कि इस अवधि के दौरान दुर्घटना के मामलों को छोड़कर कोई दूसरा क्लेम स्वीकार नहीं किया जाएगा. यह भी ध्यान रखें कि अलग-अलग इंश्योरेंस कंपनियों और अलग-अलग मेडिकल स्थितियों/बीमारियों के मामले में प्रतीक्षा अवधि अलग-अलग हो सकती है. रिन्यूअल के बाद आगे के प्लान पर प्रतीक्षा अवधि लागू नहीं होती है.

7. कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस के लिए कैसे अप्लाई करते हैं?

बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस में कैशलेस ट्रीटमेंट के लिए अप्लाई करने की प्रोसेस आसान है. कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस का लाभ उठाने के चरण नीचे दिए गए हैं:

1. इंश्योरेंस कंपनी को जल्द से जल्द सूचित करें.

2. उस नेटवर्क हॉस्पिटल में जाएं, जहां ट्रीटमेंट कराना है

3. कैशलेस ट्रीटमेंट के लिए, नेटवर्क हॉस्पिटल का थर्ड पार्टी एडमिनिस्ट्रेटर डेस्क इंश्योरेंस कंपनी से संपर्क करेगा.

हमारे होते हुए आपको चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, हॉस्पिटल जानकारी सत्यापित करेगा और ठीक से भरा हुआ प्री-ऑथराइज़ेशन फॉर्म भेजेगा. हम सारी जानकारी और पॉलिसी के लाभों को सत्यापित करते हैं. हम लगभग एक दिन के भीतर अपना फैसला बता देते हैं. कैशलेस क्लेम अप्रूव होने के बाद 60 मिनट के भीतर हॉस्पिटल को पहला जवाब भेज दिया जाता है. नेटवर्क हॉस्पिटल में ट्रीटमेंट के खर्च तेज़ी से सेटल किए जाते हैं.

*मानक नियम व शर्तें लागू

8. कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के प्रीमियम पर किन-किन चीज़ों का प्रभाव पड़ता है?

कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को कई चीज़ें प्रभावित करती हैं. यह ध्यान रखना ज़रूरी है कि हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज जितनी अधिक होगी, प्रीमियम भी उतना ही अधिक होगा. हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को सीधे तौर पर प्रभावित करने वाली कुछ चीज़ें हैं, लिंग, आयु, तंबाकू का सेवन, लाइफ स्टाइल से जुड़ी आदतें, पहले से मौजूद बीमारियां, बॉडी मास इंडेक्स, आदि. 

9. कैशलेस हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज के तहत 'फ्री-लुक पीरियड' क्या है?

हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के मामले में पॉलिसीधारक एक तय समय के भीतर फ्री लुक पीरियड का लाभ ले सकते हैं. हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां 15 दिनों का फ्री लुक पीरियड देती हैं. इस अवधि के दौरान पॉलिसीधारक यह तय कर सकता है कि प्लान उसकी ज़रूरतें पूरी करता है या नहीं.

अगर पॉलिसीधारक को लगता है कि प्लान उसकी ज़रूरतें पूरी नहीं करता है, तो वह 15 दिनों के भीतर पॉलिसी कैंसल कर सकता है. अगर प्लान 15 दिनों के भीतर कैंसल किया जाता है, तो कोई कैंसलेशन शुल्क नहीं लगेगा. हां, व्यक्ति अंतिम फैसला लेने में जितने दिन लेगा, उतने दिनों का प्रीमियम लिया जाएगा.

डिस्क्लेमर

मैं बजाज आलियांज़ जनरल इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड को एक सुविधाजनक समय पर कॉल बैक करने के विशिष्ट अनुरोध के साथ वेबसाइट पर उपलब्ध कॉन्टैक्ट नंबर पर कॉल करने के लिए अधिकृत करता/करती हूं. मैं आगे घोषणा करता/करती हूं कि, पूरी तरह या आंशिक रूप से ब्लॉक की गई श्रेणी के तहत राष्ट्रीय ग्राहक प्राथमिकता रजिस्टर (एनसीपीआर) पर रजिस्टर किए जाने के बावजूद, मेरे अनुरोध के जवाब में भेजे गए कोई भी कॉल या एसएमएस का अनावश्यक कमर्शियल कम्युनिकेशन नहीं माना जाएगा, भले ही कॉल की सामग्री विभिन्न इंश्योरेंस प्रोडक्ट और सर्विस या इंश्योरेंस बिज़नेस की आग्रह और खरीद के उद्देश्यों के लिए हो सकती है. इसके अलावा, मैं समझता/समझती हूं कि इन कॉल को क्वालिटी और ट्रेनिंग के उद्देश्यों के लिए रिकॉर्ड और मॉनिटर किया जाएगा, और अगर आवश्यकता हो, तो मेरे लिए उपलब्ध कराया जा सकता है.

कृपया मान्य कोटेशन रेफरेंस ID दर्ज करें

  • चुनें
    कृपया चुनें
  • कृपया यहां लिखें

हमसे संपर्क करना आसान है

हमसे चैट करें